किराये के भवन में चल रहा रोडवेज बस अड्डा

शहर की आबादी लगभग पांच लाख से अधिक है फिर भी नगर में बने रोडवेज बस अड्डा किराए की इमारात में चल रहा है। इस बस अड्डे पर सुविधाएं नहीं है। यात्रियों को बैठने के इंतजाम से लेकर महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। रात्रि नो बजे के बाद मुरादाबाद के लिए बसें नहीं मिलती यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है और उन में इसके प्रति रोष भी उत्पन्न है। जनपद को बने हुए कई साल हो गए हैं। तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 2

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Apr 2019 10:54 PM (IST) Updated:Fri, 26 Apr 2019 10:54 PM (IST)
किराये के भवन में चल रहा रोडवेज बस अड्डा
किराये के भवन में चल रहा रोडवेज बस अड्डा

सम्भल: पांच लाख से अधिक आबादी वाले शहर में रोडवेज बस अड्डे के लिए खुद की जमीन नहीं हैं। जिला घोषित होने के बाद भी बस अड्डा किराए के भवन पर चल रहा है। शौंचालय न होने से महिला यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई दफा मांग उठने के बाद भी शासन से लेकर प्रशासन तक इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है। दिन में चंदौसी व बहजोई समेत अन्य तहसीलों में जाने के लिए रोडवेज बस नहीं हैं, वहीं रात को नौ बजे के बाद आप मुरादाबाद भी नहीं जा सकते। 28 सितंबर 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने सम्भल जिले का घोषणा की थी। इसके बाद शहरवासियों को विकास की उम्मीद जगी थी कि नगर का विकास होगा। हर मूल-भूत समस्याओं का समाधान होने के साथ ही बड़े जिले की तरह सम्भल वासियों को भी सुविधाएं मिलेंगी। परिवहन को लेकर यहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मौजूदा समय में चंदौसी व जिला मुख्यालय बहजोई की ओर जाने के लिए इक्का-दुक्का रोडवेज बसों के अलावा केवल डग्गामार वाहनों का साधन हैं। यहां का रोडवेज बस अड्डा भी किराए के भवन में चल रहा है। लिहाजा उम्मीद जगी थी कि रोडवेज का अपना भवन होने के साथ ही समय से बसें भी मिलेंगी लेकिन वक्त के साथ यह उम्मीद भी धूमिल हो गई। इतने साल बाद भी बस अड्डा अपने हालात पर आंसू बहा रहा है। ना तो यही यात्रियों के बैठने के लिए कोई इंतजाम है और न ही शौंचालय की व्यवस्था है। शौंचालय न होने से महिलाओं और बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। मुरादाबाद के लिए यहां से करीब 32 बसें हैं, इसके अलावा अगर यात्रियों को कही जाना हो तो वह डग्गामार वाहनों का सहारा लेते हैं। इन अव्यस्थाओं के बीच स्टेशन मास्टर अख्तर का कहना है कि बसों का संचालन ठीक चल रहा है।

रोडवेज बस अड्डे पर लोगों की सुविधाओं के इंतजाम होने चाहिए खासकर महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण हो। मुरादाबाद आने में गर्मी का मौसम में काफी परेशानी होती है। यहां यात्री को बैठने का कोई इंतजाम नहीं है।

आसिफ रजा, सम्भल

शहर के रोडवेस अडडे पर सिर्फ मुरादाबाद के लिए तो बसें हैं लेकिन चंदौसी व बहजोई समेत अन्य तहसीलों की ओर जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं हैं। डग्गामार वाहनों से सफर करना पड़ता है।

अनवर, सम्भल

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