कोरोना से बचाव को आयुर्वेद कारगर : स्वामी ओंकारानंद
सहारनपुर जेएनएन। शिमला से सहारनपुर प्रवास करने आए आर्य दूत स्वामी ओंकारानंद सरस्वती ने कहा
सहारनपुर जेएनएन। शिमला से सहारनपुर प्रवास करने आए आर्य दूत स्वामी ओंकारानंद सरस्वती ने कहा कि कोरोना वायरस ने सारे विश्व में हाहाकार मचा रखा है। इससे बचने के लिए कई उपाय किए गए, लेकिन अभी कोरोना का कहर थम नहीं रहा है। इससे बचाव के लिए आयुर्वेद की शरण लेनी होगी।
स्वामी ओंकारानंद सरस्वती ने कहा कि मनुष्य अज्ञानता के कारण खुद के बनाए जाल में फंस गया है। ऐसा भी देखा जाता है कि जेल की दीवार का निर्माण करने वाले अपनी गलतियों के कारण उसी दीवार में बंद हो जाते हैं। आज का मनुष्य ठीक वैसा ही है, जो मानव की गलतियों का खामियाजा भुगत रहा है। योग स्वाध्याय एवं ध्यान को जीवन में शामिल करें। तभी हमें मनुष्य बनने की कला आएगी। कोरोना महामारी का सामना करते हुए समाप्त करने में भी सफल होंगे। कहा कि मनुष्य को जन्म के बाद मां की गोद मिलती है। इसीलिए मां को पहला गुरु भी कहा गया है।