पोषाहार वितरण का गांव में जाकर सत्यापन

बाल विकास विभाग द्वारा शिकायत पर मंगलवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी विकासखंड गंगोह के गांव बीराखेड़ी व बंदाहेडी पहुंचे जहां उन्होंने पोषाहार वितरण की स्थिति का सत्यापन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 05:58 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 05:58 PM (IST)
पोषाहार वितरण का गांव में जाकर सत्यापन
पोषाहार वितरण का गांव में जाकर सत्यापन

सहारनपुर, जेएनएन। बाल विकास विभाग द्वारा शिकायत पर मंगलवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी विकासखंड गंगोह के गांव बीराखेड़ी व बंदाहेडी पहुंचे, जहां उन्होंने पोषाहार वितरण की स्थिति का सत्यापन किया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने बताया कि शासन द्वारा 15 दिन में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा दो गांव का भ्रमण कर नवीन पोषाहार वितरण प्रणाली में दिए जाने वाले नवीन ड्राई राशन वितरण का सत्यापन लाभार्थी के अनुसार किया जाए। वर्तमान आपूर्ति 2018 की डीआइ के अनुसार केंद्रों पर की जा रही है अति शीघ्र सभी लाभार्थियों को आच्छादित किया जाएगा।

सप्ताहभर में गन्ना भुगतान न हुआ तो आंदोलन

गागलहेड़ी: फिराहेड़ी में आयोजित राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन की बैठक संपन्न हुई, जहां दया शुगर मिल प्रबंधन को किसानों का बकाया गन्ना भुगतान एक सप्ताह में नहीं किए जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है।

मंगलवार को हुई बैठक में जिला अध्यक्ष सुखबीर सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते किसान अत्यधिक परेशान है। किसानों ने कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर बकाया भुगतान नहीं हुआ तो किसान मिल का घेराव करेंगे। साथ ही चीनी के स्टाक व भुगतान की जानकारी लेंगे। नगर अध्यक्ष रवींद्र चौहान, जिला महासचिव नवीन त्यागी, जिला संरक्षक सुखबीर यादव, कंवर सिंह, संदीप, सुनील, सुशील, संजय त्यागी, गुल्लू, विशु त्यागी आदि मौजूद रहे।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने किया पोषाहार वितरण का निरीक्षण

गंगोह : जिला कार्यक्रम अधिकारी ने मंगलवार को बंदाहेडी व बीराखेड़ी में घर-घर जाकर दिए जाने वाले पोषाहार का सत्यापन किया। लाभार्थियों से इसकी जानकारी ली गई।

जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने मंगलवार को दो गांवों में पहुंच कर लाभार्थी को दी जाने वाली सामग्री के बारे में भी जानकारी ली। उन्होने बताया कि सरकार द्वारा अभी तक तीसरे व चौथे मास का राशन दिया गया है। जिसके पैकेट बनाकर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से कोविड़ 19 का पालन करते हुए लाभार्थी को दिया जाता है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि उन्हें मिलने वाले राशन की मात्रा पर्याप्त नहीं है। इसके संबंध में बताया गया कि वर्तमान आपूर्ति 2018 की डीआई के अनुसार केंद्रों पर की जा रही है।

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