पंचायत चुनाव: गांवों की कुंडली खंगालने में जुटा खुफिया विभाग

शासन के निर्देश पर पंचायत चुनाव से पूर्व खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है। जातिगत आंकड़ों के अलावा कई बार गांवों में सभी प्रकार के बवाल संबंधी इनपुट जुटाए जा रहे हैं। प्रदेश में नए साल की शुरुआत में ही पंचायत चुनाव होने की संभावना है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 07:09 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 07:09 PM (IST)
पंचायत चुनाव: गांवों की कुंडली खंगालने में जुटा खुफिया विभाग
पंचायत चुनाव: गांवों की कुंडली खंगालने में जुटा खुफिया विभाग

सहारनपुर जेएनएन। शासन के निर्देश पर पंचायत चुनाव से पूर्व खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है। जातिगत आंकड़ों के अलावा कई बार गांवों में सभी प्रकार के बवाल संबंधी इनपुट जुटाए जा रहे हैं। प्रदेश में नए साल की शुरुआत में ही पंचायत चुनाव होने की संभावना है।

तहसील क्षेत्र में चुनाव के दौरान आमतौर पर छोटे-मोटे विवाद अचानक बड़े बन जाते हैं। राजनीति के चलते लोग निजी कारणों से इन्हें तूल दे देते हैं। इसके लिए ग्राम स्तर पर पूर्व से मौजूद विवादों का डाटा एकत्र करने में खुफिया विभाग जुट गया है। प्रदेश के खुफिया विभाग के एडीजी एसबी शिरोड़कर की ओर से जारी निर्देश में पंचायत चुनाव के मद्देनजर 11 बिदुओं पर जानकारी जुटाने को कहा गए है। विभाग के लोग अब गांव-गांव जाकर जानकारियां एकत्र करेंगे। गांव की जनसंख्या और उसमें रहने वाले लोगों की जातियों के आंकड़े के अलावा गांव में विवाद के प्रमुख कारणों का ब्यौरा संकलित करना होगा। इसमें मंदिर मस्जिद या किसी खास त्यौहार को लेकर कोई विवाद, जमीन संबंधी विवाद, राजनीतिक विवाद या अवैध प्रेम संबंधों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। गौरतलब हो कि देवबंद तहसील के अंतर्गत 140 ग्राम पंचायत आती है। जिसमें से 30 गांव अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते है, और 20 संवेदनशील में।

खुफिया विभाग के अनुसार गांव में अचानक धनाढ्य लोगों की भी सूची बनाई जानी है। यह भी पूर्व अनुमान लगाया जाना है कि क्या पंचायत चुनाव में किसी प्रकार के विवाद की आशंका तो नहीं है।

इन्होंने कहा..

शासन के दिशा निर्देश पर सर्किल के समस्त थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी गांव की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। अति संवेदनशील व संवेदनशील गांव में विशेष सतर्कता बरती जाएगी।

रजनीश उपाध्याय, सीओ देवबंद।

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