बेहद जरूरी:: कल्बे सादिक के जनाजे पर नहीं दिया फतवा : नौमानी
दारुल उलूम देवबंद ने संस्था के फतवे का हवाला देकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फर्जी खबर पर गुस्से का इजहार किया है। मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा है कि डा. कल्बे सादिक की जनाजे की नमाज को लेकर संस्था द्वारा कोई फतवा जारी नहीं किया गया है। यह दारुल उलूम के खिलाफ षड्यंत्र है।
सहारनपुर, जेएनएन। दारुल उलूम देवबंद ने संस्था के फतवे का हवाला देकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फर्जी खबर पर गुस्से का इजहार किया है। मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा है कि डा. कल्बे सादिक की जनाजे की नमाज को लेकर संस्था द्वारा कोई फतवा जारी नहीं किया गया है। यह दारुल उलूम के खिलाफ षड्यंत्र है।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही खबर में चल रहा है कि दारुल उलूम ने फतवा दिया है कि शिया धर्म गुरु डा. कल्बे सादिक के जनाजे की नमाज में शरीक होने वाले लोगों को दोबारा निकाह करना होगा। सोमवार को इस पर कड़ा एतराज जताते हुए मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने कहा कि दारुल उलूम का इससे कोई संबंध नहीं है और न ही संस्था के इफ्ता विभाग से इस तरह का कोई फतवा जारी किया गया है। उन्होंने संस्था के खिलाफ षड्यंत्र रचने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है जमीयत : महमूद मदनी
देवबंद: जमीयत उलमा-ए-हिद (महमूद मदनी गुट) ने किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा है कि जमीयत किसानों की इस लड़ाई में मजबूती के साथ उनके साथ खड़ी है।
जमीयत उलमा-ए-हिद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने जारी बयान में कहा कि जमीयत किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। बताया कि जमीयत का एक प्रतिनिधिमंडल सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के नेतृत्व में बुराड़ी मैदान और सिधु बार्डर पर पहुंचा तथा किसानों से मिलकर एकजुटता व्यक्त करते हुए समर्थन की घोषणा की। कहा कि सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों को किसानों पर जबरन थोपा जा रहा है। मदनी ने कहा कि सरकार को किसानों की बात गंभीरता से सुनते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण करना चाहिए।