गुदड़ी के लाल विक्रांत ने चूमा आकाश

सहारनपुर : संसाधनों की मोहताज नहीं होती प्रतिभा, विक्रांत पंवार ने यह साबित कर दिया है। घर से स्कूल

By Edited By: Publish:Fri, 06 May 2016 11:30 PM (IST) Updated:Fri, 06 May 2016 11:30 PM (IST)
गुदड़ी के लाल विक्रांत ने चूमा आकाश

सहारनपुर : संसाधनों की मोहताज नहीं होती प्रतिभा, विक्रांत पंवार ने यह साबित कर दिया है। घर से स्कूल के लिए रोज साइकिल से 11 किमी. का सफर तय करने वाले विक्रांत पंवार ने 10वीं में जिले में द्वितीय स्थान हासिल किया है। पिता पेट्रोल पंप पर सेल्समैन हैं। बेटे की सफलता पर खुशी से उनकी आंखें नम हो गई। विक्रांत ने कंप्यूटर में शत-प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।

पेपर मिल रोड स्थित सहारनपुर पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले विक्रांत पंवार ने दसवीं के रिजल्ट में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। 94.80 प्रतिशत अंक लेने वाले विक्रांत ने कंप्यूटर में 100 में से 100 अंक हासिल कर स्कूल में नया कीर्तिमान स्थापित किया। भलस्वां ईशापुर गांव से रोजाना साइकिल से 11 किमी. का सफर भी विक्रांत को उसके मुकाम से पीछे नहीं हटा पाया। विक्रांत स्कूल पहुंचने के लिए प्रतिदिन 11 किमी. की यात्रा साइकिल से करता है। पिता विक्रम पंवार गागलहेड़ी के एक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन हैं। जैसे ही उन्हें विक्रांत की रिकार्ड तोड़ सफलता के बारे में पता चला तो उनकी आंखें नम हो गई। उन्होंने विक्रांत को गले से लगा लिया और भगवान का धन्यवाद दिया। विक्रम पंवार ने कहा कि यह सब विक्रांत की कड़ी मेहनत का फल है। बच्चों की कामयाबी के लिए ही वे दिन-रात एक कर मेहनत करते हैं। उनका मानना है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता बस मेहनत से किया जाए। विक्रांत ने भी पापा से प्रेरणा लेकर कड़ी मेहनत की उनकी गरीबी व साइकिल की सवारी कभी आड़े नहीं आई। विक्रांत का सपना है कि वह बड़ा होकर आइएएस अधिकारी बनकर अपने पापा के सपने को पूरा करेगा। मां मंजू पंवार व भाई प्रशांत पंवार ने भी विक्रांत को गले लगाकर उसको सफलता की बधाई दी।

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