जिला पंचायत का 45 करोड़ का बजट पास
जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में जिपं परिसर में बने भवन को अदालतों के लिए किराए पर देने का प्रस्ताव नामंजूर
जागरण संवाददाता, रामपुर : जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 45 करोड़ का बजट पास हो गया। इसके साथ ही वर्ष 2019-20 के 49 करोड़ रुपये के पुनरीक्षित बजट का अनुमोदन किया गया। इस दौरान जिला पंचायत परिसर में बने भवन को अदालतों के लिए किराए पर देने का प्रस्ताव भी रखा गया, जिसे सदस्यों ने नामंजूर कर दिया।
जिला पंचायत अध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 11 प्रस्ताव रखे गए, जिनमें से 10 प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी गई। सबसे पहले पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई। उसके बाद जिला पंचायत अधिनियम के अधीन विभागों की प्रगति पर चर्चा की गई। इसके उपरांत वित्तीय वर्ष 2019-20 के राज्य वित्त आयोग से प्राप्त अनुदान से तैयार की गई कार्य योजना प्रस्तुत की गई। इसके साथ ही परिसर में बने हॉल में न्यायिक अदालत के संचालन के लिए किराए पर देने आदि पर विचार किया गया। इस पर पार्किंग की समस्या को देखते हुए सर्व सम्मति न बन पाने के कारण उसे निरस्त कर दिया गया। वित्तीय वर्ष 2019- 20 के पुनरक्षित बजट के अनुमोदन पर विचार किया गया। इसके लिए 491657418 रुपये के पुनरीक्षित बजट का अनुमोदन किया गया। इसके बाद वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 449511900 रुपये का मूल बजट प्रस्तुत किया गया। इस धनराशि से क्षेत्र में विकास कार्यों को गति प्रदान की जाएगी। बैठक में मैसर्स अर्श कंस्ट्रक्शन नरपतनगर को समय से कार्य न करने को लेकर नोटिस के बाद ब्लैक लिस्ट करने के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य महासिंह राजपूत ने कहा कि सांसद और विधायक की अपनी अलग निधि होती है। अत: उनके प्रस्तावों पर जिला पंचायत के बजट से काम कराना उचित नहीं है। उन्होंने जिला पंचायत की धनराशि से केवल बोर्ड के सदस्यों के प्रस्ताव पर ही काम कराने का प्रस्ताव रखा। बैठक में यह बात भी सामने आई कि गांवों में गरीबों के आवास बनाए जाने हैं।
इसके लिए फीडिग भी करा दी गई है, लेकिन उसके लिए धनराशि नहीं उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। अत: इस पर धन दिया जाए। जिला पंचायत अध्यक्ष ने समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए समाधान कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के समान भाव से कार्य कराए जाएंगे।
इस अवसर पर जिला पंचायत के जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष ख्यालीराम लोधी व लाखन सिंह, अधिशासी अभियंता मोहम्मद गुलफाम लतीफी, इस्लाम बल्ली, हरजीत सिंह, महासिंह राजपूत, जुल्फिकार, मिस्वाह मियां, नूरजहां, शाहिदा बेगम, फैजान खां व अकरम आदि उपस्थित रहे। बैठक के बाद सदस्यों में हुई गर्मागर्मी
रामपुर। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक समाप्त हो चुकी थी। उसके बाद कुछ सदस्य आपस में बातचीत में मसरूफ थे। अचानक दो सदस्यों में किसी बात पर कहासनुी हो गई। मामला इतना बढ़ा कि दोनो ओर से मारपीट तक की नौबत आ गई। इस दौरान अन्य सदस्यों ने मध्यस्थता करते हुए दोनों पक्षों को शांत कर मामले का पठाक्षेप कर दिया। इससे काफी देर तक माहौल गरम रहा।