कोसी में बढ़ रहा पानी, छीन रहा दिलों का चैन
जागरण संवाददाता स्वार रामनगर बैराज से कोसी नदी में पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया
जागरण संवाददाता, स्वार : रामनगर बैराज से कोसी नदी में पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। इससे नदी की धार तेज हो गई है और जमीन का कटान शुरु कर दिया है।
कोसी नदी किनारे बसे एक दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों को हर वर्ष कोसी नदी में आई बाढ़ का दंश झेलना पड़ता था। पसियापुरा गांव में चारो ओर से कोसी का पानी आ जाता था। ग्रामीणों को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए सरकार ने करीब दस साल पहले 14 करोड़ की लागत से मुंशीगंज से लेकर लालपुर तक बांध का निर्माण करवाया था। जिस पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन, अब बांध में कई जगह दरारे आने लगी हैं। समय रहते मरम्मत की जरूरत है। अब पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते उत्तराखंड के रामनगर बैराज से लगातार रुक-रुक कर पानी छोड़ा जा रहा है। शुक्रवार को पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे नदी का जलस्तर और भी बढ़ गया। इसका उफान लगातार बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि इसने किसानों की जमीनों का कटान भी शुरु कर दिया है।
अवर अभियंता रवीन्द्र सिंह का कहना है कि बांध जहां भी क्षतिग्रस्त है, उसे ठीक कराया जाएगा। शीघ्र ही मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा। बाढ़ की आशंका को लेकर विभाग के अधिकारी पहले से ही सतर्क हैं।