मन को शांत और शरीर को मजबूत बनाता है योग व व्यायाम

रामपुर : योग मन को शांत रखता है, तो व्यायाम शरीर को मजबूत बनाता है। ऐसे में परीक्षाओं के दौरान छात्र

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Feb 2017 10:17 PM (IST) Updated:Sun, 26 Feb 2017 10:17 PM (IST)
मन को शांत और शरीर को मजबूत बनाता है योग व व्यायाम
मन को शांत और शरीर को मजबूत बनाता है योग व व्यायाम

रामपुर : योग मन को शांत रखता है, तो व्यायाम शरीर को मजबूत बनाता है। ऐसे में परीक्षाओं के दौरान छात्र छात्राओं को योग और व्यायाम अवश्य करना चाहिए। इसके साथ ही सुबह की सैर भी परीक्षार्थियों के लिए लाभदायक रहती है। ओस भरी दूब में टहलने से स्मरण शक्ति बढ़ती है, तो शरीर भी स्वस्थ रहता है।

मार्च माह से बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। स्कूली परीक्षाओं से लेकर बोर्ड और विश्वविद्यालय स्तर तक की परीक्षाएं और फिर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं होंगी। लिहाजा, बच्चे पूरी तरह से परीक्षाओं की तैयारियों में जुट गए। देर रात तक किताबों के बीच उलझे बच्चे, तड़के ही फिर से पढ़ाई में जुट रहे हैं। हर किसी की कोशिश है कि परीक्षा में अधिक से अधिक अंक प्राप्त हों। ऐसे में बच्चे ठीक से सो तक नहीं पा रहे हैं, जिससे शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे बच्चे परीक्षा तक ठीक से नहीं दे पाते। ऐसे में आवश्यक है कि बच्चे परीक्षाओं के दौरान मन और शरीर दोनों ही तरह स्वस्थ हों। इस लिहाज से योग और व्यायाम दोनों ही अहम हैं। पतंजलि योग समिति के जिलाध्यक्ष एवं योगाचार्य डॉ. पीएन मेहरा कहते हैं कि योग जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमारी क्षमताओं को बढ़ाता है। योग शरीर में जमा हानिकारक तत्वों को बाहर करता है, तो हार्मोंस के स्तर को संतुलित करता है। योग और व्यायाम के जरिए शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है, जिसका चलते शारीरिक और मानसिक सक्रियता का स्तर भी काफी ऊंचा हो जाता है और स्मरण शक्ति में इजाफा होता है। इसके लिए जरूरी है कि विद्यार्थी सूर्य नमस्कार, कपालभाती तथा अनुलोम-विलोम जैसे योग और व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। वहीं, सुबह की सैर भी विद्यार्थियों के लिए बेहद आवश्यक है। छात्र छात्राओं को सुबह के समय से कम से कम एक घंटे तक जरूर टहलना चाहिए। दो से तीन मिनट ओस वाली दूब में नंगे पैर टहलने से स्मरण शक्ति में इजाफा होता है।

कौन से योग कितने कारगर :-

सूर्य नमस्कार :- सूर्य नमस्कार सर्वश्रेष्ठ योग क्रिया है। इसका अभ्यास संपूर्ण योग व व्यायाम का लाभ पहुंचाने में सहायक है। इससे शरीर निरोग और स्वस्थ रहता है। सूर्य नमस्कार में मंत्रों का उच्चारण किया जाता है और प्रत्येक मंत्र में सूर्य के विभिन्न नाम लिए जाते हैं। इसे सभी आयु वर्ग के लोग आसानी से कर सकते हैं। सूर्य नमस्कार का संबंध योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा से भी जुड़ा हुआ है। सूर्य की गर्मी और रोशनी से शरीर स्वस्थ और बुद्धि में इजाफा होता है।

पद्मासन :- एकाग्रता बढ़ाने और दिमाग को शांत रखने में पद्मासन अति उपयोगी है। इसस शरीर तो स्वस्थ रहता ही है, साथ ही निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है और और एकाग्रता बढ़ती है। इस क्रिया के जरिए स्मरण शक्ति एवं विचार शक्ति भी बढ़ती है। ज्ञान मुद्रा के साथ पद्मासन करने से मस्तिष्क की क्षमता और संतुलन दोनों में इजाफा होता है।

कपालभाती :- योग क्रियाओं में कपालभाती को भी सबसे प्रभावी माना गया है। इसे तेजी से किया जाता है। इसके जरिए न सिर्फ शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, बल्कि ऑक्सीजन का स्तर भी बहुत ऊंचा हो जाता है, जिससे व्यक्ति खुद को तरोताजा महसूस करता है। इससे नकारात्मक विचारों को दूर करने में भी मदद मिलती है। स्मरणशक्ति बढ़ाने में भी यह काफी उपयोगी है।

अनुलोम-विलोम :- यह हमारी सांसो की गति को स्थिर बनाता है। परीक्षा के कारण पैदा होने वाली ¨चता और अवसाद को दूर करने में यह बेजोड़ है। इससे तनाव, क्रोध, ¨चता, चिड़चिड़ापन, भय, बेचैनी और नींद न आना जैसी समस्याएं पूरी तरह से दूर हो जाती हैं, लेकिन इसका अभ्यास किताबें पढ़ने के बाद नहीं करना चाहिए।

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