अधिकारी कम से कम एक टीबी रोगी को गोद लें : राज्यपाल

राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल अपने जनपद भ्रमण कार्यक्रम के के अन्तर्गत पुलिस लाईन से सीधे रजा लाइब्रेरी पहुंची जहां उन्होंने लेखन एवं कला के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले तीन लोगों को प्रशस्ति पत्र मोमेंटो एवं चेक प्रदान करके पुरस्कृत एवं सम्मानित किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 11:58 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 06:05 AM (IST)
अधिकारी कम से कम एक टीबी रोगी को गोद लें : राज्यपाल
अधिकारी कम से कम एक टीबी रोगी को गोद लें : राज्यपाल

जागरण संवाददाता, रामपुर: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी कम से कम एक टीबी रोगी की देखभाल का भी जिम्मा लें। इससे समाज को एक नई दिशा मिलेगी तथा टीबी उन्मूलन को और अधिक गति मिल सकेगी।

राज्यपाल ने सोमवार को दिनभर कार्यक्रमों में व्यस्त रहीं। सुबह यहां आने के बाद सबसे पहले रजा लाइब्रेरी में किताबी खजाने को देखा। इसके बाद साहित्यकारों को अवार्ड वितरित किए। जनपद में टीबी रोग पर प्रभावी रोकथाम एवं उपचार की दिशा में चलाए जा रहे कार्यक्रम के बारे में समीक्षा की। साथ टीबी रोगियों को उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण किट प्रदान की। कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2025 तक देश से टीबी को मिटाने का संकल्प लिया गया, जिसे साकार रूप देने के लिए अधिकारियों के साथ-साथ आमजन एवं विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने जनपद में टीबी रोगियों को गोद लेने वाले पांच लोगों को भी सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की देखभाल में कोई कमी न आए, इसके लिए गम्भीर रहें तथा प्रत्येक अधिकारी कम से कम एक टीबी रोगी की देखभाल का भी जिम्मा लें। सरकारी योजनाओं की समीक्षा

राज्यपाल ने पढ़े रामपुर-बढ़े रामपुर, केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा की। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे अत्यन्त महत्वूपर्ण 48 योजनाओं एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में प्रगति की विस्तारपूर्वक प्रस्तुतीकरण किया, जिस पर राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के नामाकंन की स्थिति में अधिक सुधार लाने के लिए अध्यापकों को और अधिक सक्रियता के साथ अभिभावकों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। इसके लिए जरूरी कदम उठाने हेतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी को निर्देशित किया। साथ ही आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण अभियान को साकार रूप प्रदान करने के लिए अधिक सक्रियता के साथ कार्य करने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार को निर्देशित किया। राज्यपाल ने पढ़े रामपुर-बढ़े रामपुर के अन्तर्गत बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को राज्यपाल ने सम्मानित किया। राज्यपाल ने शिशु सदन पहुंचकर बच्चों के बीच समय बिताया तथा उनसे बातचीत की। उन्होंने शिशु सदन की विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा बच्चों से प्रार्थना सुनी एवं उन्हें पढ़ाए जाने वाले विभिन्न विषयों के बारे में जाना। बच्चों को फल एवं सुपोषण किट प्रदान करते हुए बच्चों की देखभाल करने वाले स्टाफ को निर्देशित किया कि वे बच्चों को नियमित रूप से सूखे मेवे एवं फल आहार के रूप में दें ताकि उनका पोषण स्तर बेहतर बना रहे। किसानों से जाना जैविक खेती का तरीका रामपुर: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत बेनजीर जगतपुर में प्रगतिशील किसानों के साथ बात की। किसानों से जैविक खेती के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की। इस दौरान सरदार वीरेंद्र सिंह के तालाब को भी देखा। उन्होंने अपने खेतों के बीच एक एकड़ में तालाब बना रखा है। इस तालाब को वह नलकूप से भरते हैं। इसके पास ही उनकी डेयरी है, जिसमें 25 पशु हैं। इनका मल मूत्र तालाब में जाता है और फिर यह खेतों में चला जाता है। उन्होने राज्यपाल को जैविक खाद और केचुओं से तैयार की जा रही खाद को भी दिखाया। उनके खेती करने के तरीके को देख राज्यपाल ने उनकी सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि बेहतरीन और स्वास्थ्यवर्धक खेती के लिए जैविक खेती की जानकारी अत्यन्त सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मानव गतिविधियों ने ही बर्बादी का काम किया है। बेहतर स्वास्थ्य को अनदेखा करके रासायनिक खादों के सहारे अधिकतम उपज के खातिर अनेक समस्याएं उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे एवं हमारे पशु वही तत्व मिट्टी से ग्रहण करते हैं जो उनके लिए जरूरी होता है जब खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारों के साथ-साथ केन्द्र सरकार मदद करने लगी है।

सरकार द्वारा ट्रेनिग देकर किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। पशु और जैविक खेती दो ही मानव जीवन को स्वस्थ जीवन प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने गाय के महत्व को बताते हुए कहा कि एक गाय से एक या दो एकड़ जमीन पर उसके गोबर एवं यूरिन का जैविक खेती में उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने किसानों से मिलकर अत्यन्त प्रश्सनता व्यक्त की तथा कहा कि जैविक खेती के साथ-साथ उत्पाद को बेहतर बाजार तक भी पहॅुचाएं तभी जैविक उत्पादों का बेहतर लाभ मिल सकेगा। कोसी तट का निरीक्षण किया

रामपुर: ग्राम पंचायत आगापुर में कोसी नदी जल संरक्षण अभियान के अन्तर्गत राज्यपाल ने कोसी नदी तट का निरीक्षण किया तथा पूजा-अर्चना के साथ ही लैमन ग्रास भी लगायी तथा कहा कि इससे कोसी नदी तट के कटान को भी रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि नदी के संरक्षण में आमजन की सहभागिता भी सुनिश्चित कराएं। इसके लिए ग्रामीणजनों को प्रोत्साहित करें तभी नदी संरक्षण को प्रभावी रूप से सफल बनाया जा सकेगा। उन्होंने नदी तट पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ग्रामीणजनों को अपने बच्चों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने के साथ ही लैमनग्रास या अन्य पौधों के औषधीय महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि देश में मानव गतिविधियों के कारण नदियां प्रदूषित एवं विलुप्त होती जा रही है। नदियों के महत्व को समझना होगा तथा उनके संरक्षण में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित करानी होगी।

इसके बाद पटवाई में तालाब के निरीक्षण के दौरान उन्होंने माटी कला से जुड़े विभिन्न उत्पादों के स्टॉल का निरीक्षण किया तथा मिट्टी से बने वर्तनों की प्रशांसा की। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण वर्तमान की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इसके लिए तालाबों में बरसात के पानी का संरक्षण बेहत जरूरी है। तभी भविष्य में जल संकट को रोकने में कामयबी मिल सकेगी। प्लास्टिक एवं पॉलीथिन के उपयोग की बजाय उन्होने पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने वाले उत्पादों के उपयोग को भी प्रोत्साहित किया साथ ही कुल्हड व मिट्टी के अन्य बर्तनों के उपयोग से मानव स्वास्थ्य को होने वाले फायदे भी गिनाए।

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