साढ़े पांच माह बाद गरीबों की हुई सुनवाई

संपूर्ण समाधान दिवस साढ़े पांच माह बाद लगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Sep 2020 06:48 PM (IST) Updated:Tue, 15 Sep 2020 11:10 PM (IST)
साढ़े पांच माह बाद गरीबों की हुई सुनवाई
साढ़े पांच माह बाद गरीबों की हुई सुनवाई

जागरण संवाददाता, रामपुर : कोरोना संकट के चलते जिले में साढ़े पांच माह बाद संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान शासन की गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन किया गया। अंदर प्रवेश से पहले अधिकारी व फरियादी, सब की ही थर्मल स्क्रीनिग की गई। बिना मास्क पहने किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया। इधर महीनों बाद इसके आयोजन से फरियादी अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे तो अधिकारियों ने भी उनकी बात को गंभीरता से सुना।

कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार की ओर से मार्च में लॉकडाउन लगाया गया था, जो सवा दो माह बाद में हटा, लेकिन तमाम पाबंदिया जारी रहीं। इस कारण संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन भी नहीं हो सका, जिससे लोग अपनी शिकायत अधिकारियों तक नहीं पहुंचा पा रहे थे। अब सरकार ने संपूर्ण समाधान दिवस लगाने की मंजूरी दे दी है। मंगलवार को काफी संख्या में फरियादी शिकायत लेकर पहुंचे। नगर के नवीन मंडी परिसर में इसका आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता स्वयं जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने की। गेट पर ही फरियादियों के हाथ सैनिटाइज करने की व्यवस्था थी। अंदर सबके बैठने के लिए एक सीट से दूसरी सीट के बीच निर्धारित दूरी बना कर रखी गई थी। सबके नाक और मुंह पर मास्क बंधे थे। इस दौरान विभिन्न विभागों से संबंधित 44 शिकायतें प्राप्त हुईं। उनमें से सात का तत्काल निस्तारण कर दिया गया। शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए टोकन की व्यवस्था लागू करते हुए फरियादियों की समस्याएं सुनीं गई। जिलाधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों से जनता की शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा था। उसके बाद से अब तक अधिकारी शासन के निर्देशानुसार निर्धारित समय पर कार्यालयों में उपस्थित होकर समस्याओं का निस्तारण कर रहे हैं। अधिकारियों से शिकायतों पर गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए निराकरण के निर्देश दिए। इस अवसर पर डीएफओ एके कश्यप, उपजिलाधिकारी प्रवीण वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा, जिला विकास अधिकारी कमलेश सचान आदि रहे।

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