योगी के कामों की भी होगी सीबीआइ जांच : आजम
रामपुर: पूर्व मंत्री आजम खां ने भजापा पर निशाना साधा। कहा कि योगी जी आपने हमें धार का मुक
रामपुर: पूर्व मंत्री आजम खां ने भजापा पर निशाना साधा। कहा कि योगी जी आपने हमें धार का मुकाबला करने की सीख दी है। समय बदलेगा तो आपके कराये कामों पर भी एसआईटी व सीबीआई की जांच बैठेगी। दूसरों के लिए कांटे बिछाने वालों को एक दिन खुद भी कांटों पर चलना पड़ेगा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार ने पुल के निर्माण को आई रकम वापस ले ली, जबकि क्षेत्र की जनता परेशान है। पुल नहीं बनेगा तो सरकार भी नहीं बचेगी। यह तहरीक भाजपा के खात्मे की शुरुआत है। क्या इसी तरह रामराज कायम होगा भाजपा के लोग विचार करें आज राम होते तो किसानों व गरीब जनता के लिए जो पुल बन रहा था उसके पिलर तो खड़े हो गए, सिर्फ स्लेब बनना बाकी है। प्रशासन का कोई सहयोग नहीं कर रहा। नदी में बचाव आदि की कोई व्यवस्था नहीं की गई।
कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि नदी में उतरते ही पानी छोड़ा जायेगा। वही हुआ भी पर कार्यकर्ताओं ने धैर्य और हिम्मत से काम लिया। ¨जदगी से खेलकर ही गोल्डमेडल हासिल होता है। आजम खां ने प्रधानमंत्री पर पर भी निशाना साधा। कहा कि इस से ज्यादा शर्म की क्या बात होगी कि दुश्मन के दस सिर लाने वाले एक भी दुश्मन का सर नहीं ला सके, जबकि दुश्मन सरहदों की रखवाली करने वालों के सर काटकर ले जाते हैं।
विधायक अब्दुल्ला आजम ने कहा कि हमने इस पुल के मुद्दे को विधानभा में भी उठाया, लेकिन भाजपा लाखों लोगों की इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है। सपा सरकार ने दो साल पहले पुल मंजूर कराने के साथ ही धनराशि भी दी, निर्माण भी शुरू हुआ। पिलर बन गए, लेकिन भाजपा सरकार ने पुल पर रोक लगा दी।
विधायक नसीर खां ने भी पुल निर्माण कराने पर जोर दिया। आजम खां के मीडिया प्रभारी एवं सपा के नगर महासचिव फसाहत अली खां शानू ने कहा कि भाजपा नेताओं ने नदी में पानी छुड़वाया है। आजम खां उसमें गिरते- गिरते बचे। यह आजम खां और समाजवादी परिवार को मारने की साजिश है।
इस मौके पर जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन सलीम कासिम, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ओमेंद्र ¨सह चौहान, टांडा के पूर्व पालिकाध्यक्ष महमूदुज्जफर रहमानी, अदीब आजम, हाजी जमील, मुईन पठान, इमरान अजीज, महबूब प्रधान, फारूख आजाद, रऊफ पहलवान मौजूद रहे। गोताखोर भी लगाए
रामपुर: नदी में पानी के बहाव से बचाव को सपा कार्यकर्ताओं द्वारा टांडा लालपुर आदि से मछुआरों को बुलाकर मौके पर तैनात किया गया था, ताकि कोई भी अप्रिय घटना होने पर उनकी मदद ली जा सके। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे।