मंजूरी के बाद भी नहीं बन रहा अहरो मार्ग

ढाई साल से गड्ढों में सफर को मजबूर क्षेत्रवासी जेएनएन, बिलासपुर : तहसील से बरेली जाने वाले अहरो-शी

By Edited By: Publish:Sun, 07 Feb 2016 05:57 PM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2016 05:57 PM (IST)
मंजूरी के बाद भी नहीं बन रहा अहरो मार्ग

ढाई साल से गड्ढों में सफर को मजबूर क्षेत्रवासी

जेएनएन, बिलासपुर : तहसील से बरेली जाने वाले अहरो-शीशगढ़ मार्ग की जर्जर हालत से क्षेत्रवासी परेशान हैं। वे जान जोखिम में डालकर सफर को मजबूर हैं। लगातार मांग के बावजूद मरम्मत न होने से ग्रामीणों में रोष है। मार्ग के निर्माण को शासन सात करोड़ से ज्यादा धन स्वीकृत कर चुका है पर टेंडर न होने से निर्माण नहीं हो पा रहा है। क्षेत्र का अहरो-शीशगढ़ मार्ग ढाई साल से जर्जर हालत में पहुंच गया है, मार्ग अब पूरी तरह गड्ढों में बदल गया है। नगर के अहरो तिराहे से लेकर मार्ग का अधिकतर हिस्सा उबड़-खाबड़ होने के कारण हादसे की आशंका बनी रहती है। मार्ग पर हर समय धूल उड़ती रहती है जिससे बाइक सवारों को सतर्क रहना पड़ता है। अक्सर दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। चूंकि यह मार्ग बहेड़ी होकर बरेली पहुंचाता इसलिए इस पर आवागमन ज्यादा रहता है। क्षेत्रवासी इस मार्ग से अहरो समेत शीशगढ़, बहेड़ी की दूरी कम होने के कारण खरीदारी के लिए आना जाना पसंद करते हैं पर सड़क उनके सफर में बाधा बनी है। इस मार्ग पर संचालित प्राइवेट बसों स्वामी/चालकों को परेशानी हो रही है, क्योंकि आए दिन वाहन भी खराब हो जाते हैं, जिसके चलते कई मर्तबा मार्ग की मरम्मत की मांग की जा चुकी है पर मरम्मत नहीं हो रही है। गन्ने के सीजन से ट्रैक्टर ट्राली की आवाजाही भी बढ़ गई है, जिससे किसानों को दिक्कत उठानी पड़ रही है। पिछले दिनों अहरो मार्ग पर पैगंबरपुर के पास गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्राली पलट गई थी, जिससे घंटों जाम लगा रहा था। विधायक संजय कपूर ने बताया कि अहरो-शीशगढ मार्ग के निर्माण के लिए तेरह माह पूर्व सात करोड़ 88 लाख साठ हजार रुपये मंजूर हुए थे पर टेंडर न होने के कारण मार्ग का निर्माण अधर में लटका है। टेंडर के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

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