शेष बचे दो और अवैध निर्माण आरडीए ने किए सील
नियमों के विपरीत बनी तीन इमारतें देख डीएम ने अभियंताओं को लगाई थी जमकर फटकार
रायबरेली : त्रिपुला चौराहे पर जिन तीन अवैध निर्माणों को देख डीएम ने आरडीए के अभियंताओं को फटकारा था, उनमें एक मंगलवार को सील हो गई थी। शेष बची दो अन्य इमारतें बुधवार को सील कर दी गई। प्राधिकरण की इस कार्रवाई के बाद नियमों के विपरीत निर्माण कराने वालों में खलबली मची हुई है।
लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर त्रिपुला चौराहे के निकट दीप जायसवाल ने बिना नक्शे के तीन मंजिल (ग्राउंड प्लस टू) का निर्माण करा लिया था। इसी चौराहे पर वहीं नरेंद्र चौधरी की इमारत भी नियमों के विपरीत थी। आरडीए से जो नक्शा पास कराया गया था, उसके हिसाब से निर्माण नहीं कराया गया। इसी तरह गोरा बाजार ने पास त्रिभुवन नाथ ने अवैध निर्माण कराया था। बीते दिनों डीएम वैभव श्रीवास्तव ने इन्हीं अवैध इमारतों का जायजा लिया था और अफसरों को खूब खरीखोटी सुनाई थी। इसके बाद गोरा बाजार का अवैध निर्माण तो मंगलवार को ही सील कर दिया था। त्रिपुला चौराहे के पास वाले दो अवैध निर्माणों पर कार्रवाई होनी बाकी थी। बुधवार को प्राधिकरण के जेई सुनील कुमार त्यागी, महेंद्र शर्मा, धनेश और विनय श्रीवास्तव ने पहुंच इन इमारतों को भी सील कर दिया। आरडीए के सचिव बीपी मौर्य ने बताया कि जब तक कंपाउंडिग नहीं होती, तब तक निर्माण नहीं होने दिया जाएगा।
घंटाघर में हो रहा अवैध निर्माण
घंटाघर चौराहे के पास दो बड़े अवैध निर्माण सील हैं। इसके बाद भी बिल्डरों में कार्रवाई का डर नजर नहीं आ रहा है। यहां कई निर्माण धड़ल्ले से चल रहे हैं, वहीं कुछ बनकर तैयार हो गए। इनमें व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान भी खोल लिए। प्राधिकरण ने इनकी कोई खोज खबर नहीं ली।