खामियों के चलते बढ़ी आपत्तियों की रफ्तार

सिर्फ डीपीआरओ कार्यालय में दूसरे दिन संख्या पहुंच गई 100 के पार ब्लॉकों में भी शिकायतकर्ताओं की भरमार निस्तारण भी साथ-साथ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 12:15 AM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 12:15 AM (IST)
खामियों के चलते बढ़ी आपत्तियों की रफ्तार
खामियों के चलते बढ़ी आपत्तियों की रफ्तार

रायबरेली : पंचायत चुनाव में सीटों के आरक्षण को लेकर आ रहीं आपत्तियों की रफ्तार बढ़ती जा रही है। पहले दिन जहां सिर्फ 15 शिकायतें आईं थीं, दूसरे दिन इनकी संख्या 100 के पास पहुंच गई। यह आंकड़े तो सिर्फ पंचायतीराज विभाग के हैं। ब्लॉकों में भी आपत्ति लगाने वालों की भरमार है। माना जा रहा है कि आरक्षण में भारी खामियों के चलते आपत्तियां आ रहीं हैं। इस पर अफसर भी हैरान हैं। सभी आपत्ति लगाने वालो को अगली सूची का हवाला दिया जा रहा है।

स्थानीय प्रशासन ने तीन मार्च को आरक्षण की अनंतिम सूची का प्रकाशन किया था। चार से आठ मार्च तक आपत्तियां ली जानी हैं। पहला दिन तो आरक्षण को समझने में बीत गया। यही वजह रही कि पंचायतीराज कार्यालय में कुल 15 शिकायतें आईं। शुक्रवार को शिकायतकर्ताओं का आना-जाना लगा ही रहा। राही के खनुवा निवासी उत्तम कुमार को गांव की सीट पिछड़ी जाति को न मिलने पर आपत्ति है। उनका तर्क है कि 1995 से लेकर अब तक एक बार भी यह सीट इस वर्ग को आवंटित नहीं हुई। इस बार मौका मिलना चाहिए। भाजपा के ऊंचाहार मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र बहादुर सिंह ने आरक्षण पर सवाल उठाने वाले खोजनपुर निवासी धीरेंद्र कुमार की सिफारिश की है। धीरेंद्र का कहना है कि गांव में अनुसूचित जाति की आबादी पिछड़ा वर्ग से आधी है। इस नाते सीट पिछड़ा वर्ग को दी जाए। इसी तरह अन्य लोगों ने आपत्तियां लगाई हैं। उधर, अफसरों ने पंचायतीराज विभाग कार्यालय में आने वाली आपत्तियों का निस्तारण भी शुरू कर दिया है, ताकि आगे काम का बोझ अधिक न पड़े।

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