गौशाला की सुविधाओं पर रहेगी सबकी नजर
पशुपालन विभाग की नजर रहेगी गोशालाओं पर
गौशाला की सुविधाओं पर रहेगी सबकी नजर
रायबरेली : गौशाला में अव्यवस्था न फैल सके, इसके लिए अब हर तीन महीने पर मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए ब्लाक, तहसील और जिला स्तरीय समिति का गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसका उद्देश्य पशुपालन विभाग के साथ अन्य विभागों को भी व्यवस्था से जोड़ना है, ताकि खामियों को समय रहते दूर किया जा सके। साथ ही सुविधाओं पर सबकी नजर बनी रहे। समिति में विकास, वन विभाग, पुलिस, कृषि, राजस्व समेत कई विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। ऐसी होगी ब्लाक, तहसील और जिले की कमेटी विकास खंड स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति में खंड विकास अधिकारी अध्यक्ष, पशु चिकित्सा अधिकारी उपाध्यक्ष, ग्राम पंचायत अधिकारी सदस्य सचिव होंगे। इसके अलावा प्रधान, पशुधन प्रसार अधिकारी, वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, एडीओ कृषि और राजस्व निरीक्षक सदस्य हैं। तहसील स्तर पर एसडीएम अध्यक्ष, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सदस्य सचिव, जबकि पुलिस उपाधीक्षक, बीडीओ, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, ईओ नगर निकाय, वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, उपसंभागीय अधिकारी कृषि प्रसार सदस्य हैं। जनपदीय समित में डीएम अध्यक्ष, जबकि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सदस्य होंगे। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक, सीडीओ, ईओ, पीडी डीआरडीए, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, एसडीएम आदि सदस्य हैं। ब्लाक समिति के सुझाव को तहसील स्तर पर समीक्षा ब्लाक स्तर पर समिति द्वारा चारा-दाना, साफ-सफाई, चिकित्सा, हरा चारा, आश्रय स्थल की सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था, गोवंश का लेखाजोखा, मृत मवेशियों का निश्शुल्क शव विच्छेदन आदि पर सुझाव बनाकर तहसील स्तर पर भेजा जाएगा। तहसील पर इन सुझावों पर चर्चा के बाद प्रस्ताव बनाकर अनुमोदन के लिए जिला स्तर पर भेजा जाएगा। गौशालाओं में बेहतर सुविधा हो, यह पहली प्राथमिकता है। ब्लाक, तहसील और जिला स्तर पर अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति का गठन होना है। इसका उद्देश्य बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है। समिति सदस्यों द्वारा उल्लेखित खामियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर कराया जा सकेगा। डा. राजीव धीर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी