25 लाख 44 हजार लोग होंगे फाइलेरिया से सुरक्षित
रायबरेली : जिले में स्वास्थ्य विभाग के मास ड्रग एडमिस्ट्रेशन (एमडीए)-2018 का बुधवार को शुभारं
रायबरेली : जिले में स्वास्थ्य विभाग के मास ड्रग एडमिस्ट्रेशन (एमडीए)-2018 का बुधवार को शुभारंभ हो गया। इसके तहत लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए पहले से ही जरूरी दवाएं खिलाई जानी है। स्वास्थ्य विभाग ने 25 लाख 44 हजार 231 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन राम अभिलाष ने बुधवार को जिला अस्पताल परिसर में लोगों को दवा खिलाकर इस अभियान की शुरूआत की। इसके बाद शहर में कचहरी रोड स्थित एक होटल में कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अफसरों व अभियान से जुड़ी विशेष टीम के प्रशिक्षकों ने फाइलेरिया और उससे बचाव के बारे में विस्तार से बताया। सीएमओ डॉ. डीके ¨सह ने बताया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत एमडीए 2018 का आयोजन किया जा रहा है। यह अभियान 14, 15, 16 नवंबर तक पूरे जिले में चलेगा। आशा बहू और एएनएम घर-घर जाकर दो वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बचाव के लिए डीईसी व एलबेंडाजॉल की खुराक देंगी। कहा कि खाली पेट, गंभीर रूप से बीमार व गर्भवती महिलाओं को दवा का सेवन नहीं करना है। इस मौके पर सीएमएस डॉ. एनके श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ. कृष्णा सोनकर, डॉ. नागेन्द्र प्रसाद, डॉ. एसके चक, डॉ. एम नारायण, डीएस अस्थाना, अंजली ¨सह आदि मौजूद रहे।
आशा बहुओं के आंदोलन का दिखा अभियान पर असर
फाइलेरिया के नियंत्रण के लिए चलाए गए अभियान पर बुधवार को आशा बहुओं के आंदोलन का असर साफ देखा गया। सीएचसी डीह में मांगो को लेकर 29 अक्टूबर से लगातार आशा बहुओं का धरना प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को इनका विरोध जारी रहा। आशा बहुओं ने सीएचसी से फाइलेरिया की दवा भी नहीं उठाई। आशा बहू कल्याण समिति की ब्लॉक अध्यक्ष शोभा उपाध्याय ने कहा कि मानदेय समेत अन्य मांगे जब तक पूरी नहीं होती। आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा। इस मौके पर रेनू, विमला, मनोरमा, माधुरी, राजपती, विनीता, सुनीता आदि मौजूद रहीं। इसी तरह सरेनी में भी विरोध प्रदर्शन हुआ।