Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Prayagraj News: प्रयागराज में ट्रेन के ऊपर से गुजरेगी ट्रेन, बनाया जा रहा 3 किमी लंबा रेल फ्लाई ओवर

    By amarish kumarEdited By: Siddharth Chaurasiya
    Updated: Fri, 06 Oct 2023 06:15 PM (IST)

    महाकुंभ से पहले प्रयागराज में सबसे बड़ा रेल फ्लाई ओवर बनेगा। इसी फ्लाई ओवर के ऊपर रेल ट्रैक बिछेगा और रेल इसके ऊपर से ही गुजरेगी। यानी ऊपर-ऊपर ट्रेन चली जाएगी और नीचे सड़क मार्ग से वाहन गुजरेंगे। खास बात की इस पुल के नीचे एक हिस्से पर रेलवे लाइन भी है। यानी ट्रेन के ऊपर से ट्रेन गुजरती नजर आएगी।

    Hero Image
    महाकुंभ से पहले प्रयागराज में रेल फ्लाई ओवर बनाने का कार्य चल रहा है। यह पुल तीन किमी लंबा होगा।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ से पहले प्रयागराज में सबसे बड़ा रेल फ्लाई ओवर बनेगा। इसी फ्लाई ओवर के ऊपर रेल ट्रैक बिछेगा और रेल इसके ऊपर से ही गुजरेगी। यानी ऊपर-ऊपर ट्रेन चली जाएगी और नीचे सड़क मार्ग से वाहन गुजरेंगे। खास बात की इस पुल के नीचे एक हिस्से पर रेलवे लाइन भी है। यानी ट्रेन के ऊपर से ट्रेन गुजरती नजर आएगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रेल फ्लाई ओवर बनाने का कार्य सूबेदारगंज में चल रहा है। यह पुल तीन किमी लंबा होगा। प्रयागराज में अभी तक ऐसा कोई रेल फ्लाईओवर नहीं है जहां रेलवे ट्रैक और सड़क दोनों के ऊपर रेल फ्लाई ओवर हो। नए डिजाइन के इस फ्लाई ओवर को इस तरह से बनाया गया है कि यह रेलवे लाइन को पार कर दूसरे हिस्से में चला जाएगा। इससे सड़क का ट्रैफिक और ट्रेन का ट्रैफिक दोनों प्रभावित नहीं होगा।

    इस पुल का निर्माण रेलवे के मिशन रफ्तार के तहत किया जा रहा है। उत्तर मध्य रेलवे में ट्रेनों की गति बढ़ाई जानी है। यहां ट्रेनों की स्पीड़ 160 किमी प्रतिघंटा करने के लिए लगातार ट्रैक परिर्वतन व नई लाइन, दोहरीकरण व तीसरी लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। उसी क्रम में प्रयागराज जंक्शन से बमरौली तक चौथी लाइन बिछाई जानी है। इस चौथी लाइन को सूबेदारगंज के पास रेल फ्लाई ओवर के जरिए गुजारा जाएगा।

    पूर्व में योजना था कि इस फ्लाई ओवर को सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन के ऊपर से निकाला जाया लेकिन भविष्य में सूबेदारगंज के बढ़ते महत्व व बिल्डिंग पर कुछ और तल बनने की संभावना को देखते हुए इसके डिजाइन में थोड़ा सा बदलाव कर दिया गया। अब यह एनसीआर मुख्यालय की बिल्डिंग के पास से हरवारा से झलवा को जोड़ने वाले रेलवे सब वे के ऊपर से गुजरेगा।

    इससे यह होगा कि फ्लाई ओवर जब बनकर तैयार होगा तो हरवारा-झलवा सड़क मार्ग इस फ्लाई ओवर के नीचे से गुजरेगा। साथ ही दिल्ली-हावड़ा मेन रूट की लाइन को ऊपर से क्रास कर दूसरे हिस्से में चला जाएगा। इस तरह यह सड़क पर रेल मार्ग दोनों के ऊपर से गुजरेगा।

    क्या होगा फायदा

    सूबेदारगंज रेलवे फ्लाई ओवर के साथ जब चौथी लाइन बन जाएगी तो इसका फायदा ट्रेन संचालन में मिलेगा। प्रयागराज पहुंचना काफी आसान होगा। ट्रेनों को आउटर पर रोकने की समस्या भी काफी हद तक कम हो जाएगी। बनारस की ओर से आने वाली उन ट्रेनों को जो रामबाग होकर प्रयागराज जंक्शन आती हैं। उन्हें कानपुर जाने के लिए मुख्य लाइन पर नहीं जाना होगा।

    ऐसा में मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक रोकने की समस्या भी खत्म होगी। इसके अलावा प्रयाग स्टेशन की ओर से प्रतापगढ़ अथवा लखनऊ की ओर से आने वाली ट्रेनों को भी कानपुर की ओर जाने में मुख्य लाइन पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वह चौथी लाइन का ही इस्तेमाल कर आराम से छह नंबर प्लेटफार्म के रास्ते आगे बढ़ जाएंगे।

    10 किमी लंबी होगी चौथी लाइन

    दिल्ली हावड़ा ट्रैक पर प्रयागराज जंक्शन से बमरौली तक अभी तीन रेलवे लाइन बिछी हैं। ठीक के इसी के सामानांतर एक चौथी लाइन इस समय बिछाने का कार्य चल रहा है। इसकी लंबाई 10 किमी है और कोशिश है कि महाकुंभ से पहले इस लाइन को बिछाने का कार्य पूरा कर लिया जाए। जिससे महाकुंभ के दौरान आने वालों करोड़ों श्रद्धालुओं के आवागमन को और आसान बनाया जाए।

    यह लाइन दिल्ली-हावड़ा रूट की मुख्य अप व डाउन लाइन को कट करके बमरौली स्टेशन के पास अप लूप लाइन में मिल जाएगी। रेलवे इस पूरे कार्य पर अभी 493 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है।