एक्स-रे और सीटी स्कैन में संक्रमित मिल रहे फेफड़े

कोरोना काल में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क और आशंकित भी हो रहे हैं। खांसी बुखार होने पर वह चिकित्सक की सलाह लेने में देर नहीं कर रहे हैं। अपने जानने वालों की राय से भी काम कर रहे हैं। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए लोगों द्वारा बड़ी संख्या में सीटी स्कैन और एक्स-रे भी कराया जा रहा है। इसमें उनके फेफड़े में संक्रमण मिल भी रहा है। ऐसे लोगों के उपचार के लिए अलग से अस्पताल की व्यवस्था की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 10:33 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 10:33 PM (IST)
एक्स-रे और सीटी स्कैन में संक्रमित मिल रहे फेफड़े
एक्स-रे और सीटी स्कैन में संक्रमित मिल रहे फेफड़े

जासं, प्रतापगढ़ : कोरोना काल में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क और आशंकित भी हो रहे हैं। खांसी, बुखार होने पर वह चिकित्सक की सलाह लेने में देर नहीं कर रहे हैं। अपने जानने वालों की राय से भी काम कर रहे हैं। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए लोगों द्वारा बड़ी संख्या में सीटी स्कैन और एक्स-रे भी कराया जा रहा है। इसमें उनके फेफड़े में संक्रमण मिल भी रहा है। ऐसे लोगों के उपचार के लिए अलग से अस्पताल की व्यवस्था की गई है।

जिनको सीने में दर्द और खांसी, बलगम की शिकायत है उनको चिकित्सक सीटी स्कैन और एक्स-रे लिख रहे हैं। जब वह जांच कराते हैं तो उनकी रिपोर्ट में फेफड़ों में कफ जमा हुआ मिलता है। ऐसे मरीजों की कोरोना रिपोर्ट भले ही पास पॉजिटिव नहीं होती, लेकिन उनकी हालत किसी गंभीर मरीज से कम नहीं होती। ऐसे में यह उनके लिए बड़ी परेशानी का सबब बन जाता है। हर दिन स्वास्थ्य विभाग की कोरोना रिपोर्ट आती है, लेकिन वह करीब पांच दिन पुरानी होती है। यानि जांच कराने के बाद इंतजार करना पड़ता है । वह भी रिपोर्ट मिल जाए इसकी कोई गारंटी नहीं है। ऐसे में लोग क्या करें, उनको सीटी स्कैन का सहारा लेना पड़ रहा है। --

सरकारी इंतजाम नहीं

जिला अस्पताल में अब तक सीटी स्कैन की कोई व्यवस्था नहीं है। एक्स-रे भी केवल मेडिकोलीगल वालों का हो रहा है। ऐसे में लोग अधिक पैसा खर्च करके यह जांच कराने को विवश हो रहे हैं।

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चिकित्सक से पहले पूछें

जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डा. मनोज खत्री कहना है कि बिना चिकित्सक की सलाह के सीटी स्कैन कराना मरीज के लिए खतरनाक हो सकता है। उसकी किरणें घातक होती हैं।

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पात्रता तय करेगा विभाग

अपर सीएमओ डा. सीपी शर्मा का कहना है कि सीटी स्कैन के बाद कोरोना की जांच बहुत लोग कराते हैं। जिनकी रिपोर्ट में संक्रमण मिलता है उनको रूमा अस्पताल में भर्ती करने की व्यवस्था की गई है। विभाग जिनको उस दशा में पाएगा उनको ही भेजा जाएगा, सबको नहीं।

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