स्वामी प्रसाद के गांव में निर्विरोध कोटेदार का चयन, तैनात रही पीएसी

कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के पैतृक गांव बिहार के चकवड़ में शिव भोले गुप्ता को निर्विरोध कोटेदार चुनाव गया। गांव में मारपीट की आशंका को देखते हुए पीएसी तैनात की गई थी। कोटेदार राजाराम की मौत छह माह पहले मौत हो गई तभी से गांव के कोटे की दुकान रिक्त पड़ी थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Sep 2019 11:46 PM (IST) Updated:Thu, 26 Sep 2019 06:22 AM (IST)
स्वामी प्रसाद के गांव में निर्विरोध कोटेदार का चयन, तैनात रही पीएसी
स्वामी प्रसाद के गांव में निर्विरोध कोटेदार का चयन, तैनात रही पीएसी

संसू, बाघराय: कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के पैतृक गांव बिहार के चकवड़ में निर्विरोध कोटेदार का चयन किया गया। गांव में मारपीट की आशंका को देखते हुए पीएसी तैनात की गई थी।

कोटेदार राजाराम की मौत छह माह पहले मौत हो गई, तभी से गांव के कोटे की दुकान रिक्त पड़ी थी। एसडीएम मोहन लाल गुप्ता के निर्देश पर बीडीओ राजेंद्र तिवारी ने 15 दिन पहले कोटे के चयन की तारीख 25 सितंबर को तय की थी। इसकी गांव में मुनादी भी कराई गई थी। गांव में दो प्रत्याशी गांव में शिव भोले गुप्ता व अनुज कुमार प्रचार कर रहे थे, कितु मामला अतिसंवेदनशील होने के चलते प्रभारी एसओ प्रकाश नारायण यादव ने पीएसी बल की मांग की थी। बुधवार को कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के गांव में प्रभारी एसओ प्रकाश नारायण यादव भारी पुलिस बल के साथ सचिवालय पहुंचे। जहां पर कोटे के चुनाव में शामिल होने वाले मतदाताओं को निष्पक्ष मत देने के लिए उत्साहित किया। एडीओ पंचायत फिरोज अहमद, नोडल अधिकारी एबीएसए बिहार आशीष पांडेय, ग्राम पंचायत अधिकारी ओमप्रकाश, प्रभुनाथ प्रसाद राजकुमार मिश्र, लक्ष्मी नारायण तिवारी पहुंचकर मतदान की प्रक्रिया को आरंभ कराया। दोपहर 12 बजे दो प्रत्याशी शिव भोले गुप्ता व अनुज कुमार ने नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद चुनाव को लेकर दो पक्षों में भारी गहमागहमी होने लगी, अनुज के समर्थक यह चाहते थे कि चुनाव गुप्त मतदान के द्वारा कराया जाए। जिसका विरोध शिव भोले के समर्थकों ने जमकर किया। यहां तक कि मामला बढ़ गया कि दोनों पक्षों में आमने-सामने जोर-जोर कहासुनी होने लगी, लेकिन पुलिस बल व पीएसी के जवानों ने पहुंचकर किसी तरह स्थिति को नियंत्रण में कर किया। एडीओ पंचायत फिरोज अहमद को यह कहना पड़ा कि कोटे का चयन गुप्त मतदान के द्वारा नहीं कराया जाता। यह खुली बैठक में खुले रूप से निर्णय लिया जाता है। इस पर अनुज कुमार ने चुनाव का बहिष्कार करते हुए अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। ग्राम सभा में आबादी 2915 के सापेक्ष 715 लोग मतदान प्रक्रिया में शामिल हुए। अंत में शिव भोले गुप्ता को निर्विरोध घोषित किया गया।

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