तालाब में डूबने से दो सगे भाइयों की गई जान

प्रतापगढ़ जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के कैलीडीह गांव के पास भीलमपुर (जौनपुर) में स्नान कर जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के कैलीडीह गांव के पास भीलमपुर (जौनपुर) में स्नान करते समय तालाब में डूबने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 10:49 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 10:49 PM (IST)
तालाब में डूबने से दो सगे भाइयों की गई जान
तालाब में डूबने से दो सगे भाइयों की गई जान

प्रतापगढ़ : जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के कैलीडीह गांव के पास भीलमपुर (जौनपुर) में स्नान करते समय तालाब में डूबने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई। जबकि डूबे अन्य दो सगे भाइयों की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल से चिकित्सकों ने एसआरएन हास्पिटल प्रयागराज रेफर कर दिया।

फतनपुर से सटे जौनपुर के सुजानगंज थाना क्षेत्र के भीलमपुर गांव निवासी आशीष सिंह और उनके छोटे भाई अजय सिंह मुंबई में किसी प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते थे। लॉकडाउन के पहले दोनों भाई परिवार सहित घर आ गए। आशीष के बेटे युवराज (13) व उमंग (10) और अजय के बेटे कार्तिकेय (13) व सोहम (8) बुधवार सुबह करीब नौ बजे भीलमपुर गांव के तालाब में तालाब में नहा रहे थे। अचानक चारों बच्चे गहरे पानी में चले जाने से डूबने लगे। तालाब के पास रहे अन्य बच्चों ने शोर मचाया तो आसपास के लोग दौड़ पड़े। फौरन तालाब में कूदकर चारों बच्चों को निकाला। हल्ला मचा तो आशीष, अजय एवं उनके परिवार के लोग भागकर वहां पहुंचे। चारों बच्चों को लेकर सीएचसी गौरा पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने युवराज व उमंग को मृत घोषित कर दिया। हालत नाजुक देख कार्तिकेय व सोहम को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां यहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने दोनों बच्चों को एसआरएन हास्पिटल प्रयागराज रेफर कर दिया। घटना से बदहवास स्वजन लगातार रोते रहे।

पिता को गहरा पछतावा

भीलमपुर गांव में तालाब में डूबने से बेटों की मौत होने पर पिता यह कहकर बार-बार पछता रहे थे कि आखिर में खेत से बच्चों को अपने साथ घर क्यों नहीं ले गए। वह यह कहकर अपनी छाती पीट लेते। आखिर वह ऐसा क्यों नहीं किए। आशीष सिंह बुधवार सुबह घर से दूर खेत की जोताई करवाने गए थे। साथ में दोनों बेटे युवराज व उमंग और भतीजे कार्तिकेय व सोहम सिंह भी गए थे। खेत की जोताई के बाद आशीष घर लौटने लगे तो बेटों व भतीजों से साथ चलने के लिए कहा। उनके बेटे कहने लगे कि पापा आप चलिए, हम लोग थोड़ी देर में आ रहे हैं। उनके जाने के बाद चारों बालक तालाब में नहाने चले गए। अनहोनी के बाद आशीष पछता रहे थे कि वह अपने साथ बच्चों को घर क्यों नहीं ले गए। यह कहते-कहते वह बेहोश हो गए। उनकी पत्नी रीना भी दोनों बेटों की मौत के गम में बदहवास हो गईं।

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