बच्चों पर फायरिग करने वाले पुलिस के लिए बने चुनौती

रानीगंज थाना क्षेत्र के सचौली गांव में क्रिकेट खेलने जा रहे बच्चों पर फायरिग करने के आरोपित पुलिस के लिए चुनौती बने हैं। पुलिस संभावित ठिकानों पर रोज दबिश देने का दावा कर रही है लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Dec 2020 05:01 PM (IST) Updated:Thu, 17 Dec 2020 05:01 PM (IST)
बच्चों पर फायरिग करने वाले पुलिस के लिए बने चुनौती
बच्चों पर फायरिग करने वाले पुलिस के लिए बने चुनौती

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : रानीगंज थाना क्षेत्र के सचौली गांव में क्रिकेट खेलने जा रहे बच्चों पर फायरिग करने के आरोपित पुलिस के लिए चुनौती बने हैं। पुलिस संभावित ठिकानों पर रोज दबिश देने का दावा कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।

सचौली गांव निवासी मारूफ (16) पुत्र अयूब, आदिल (16) पुत्र यहिया, सारिक (17) पुत्र रईस, शफीक (20) पुत्र अब्दुल रसीद सहित दस बच्चे 10 दिसंबर को दिन में करीब 11 बजे पैदल क्रिकेट खेलने जा रहे थे। पीछे से आए दो बाइक सवार चार लोग बच्चों को कट मारने लगे। कट मारने का विरोध करने पर बाइक सवार दबंगों ने बच्चों से हाथापाई की। इसकी जानकारी होने पर घर वालों के पहुंचने पर दबंग लौट गए थे।

थोड़ी देर बाद असलहे से लैस सात लोग पहुंचे थे और बच्चों के घर पर धावा बोलकर फायरिग शुरू कर दी थी। आदिल के स्वजनों के अनुसार दस राउंड से अधिक फायरिग की गई थी। इसमें छर्रे लगने से मारुफ, सारिक, शफीक, आदिल, आदिल की मां रजिया बेगम (40), बहन रुक्सार (17), जैनब (30) पुत्री मोहम्मद रईश घायल हो गए थे। घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे सीओ, एसओ ने हमलावरों की तलाश में आरोपितों के घर दबिश दी थी। सभी आरोपित घर से फरार थे।

हमलावरों की तलाश में सीओ की अगुवाई में तीन पुलिस टीमें गठित की गई थी। पुलिस टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश देने का दावा कर रही हैं, लेकिन हफ्ते भर बाद भी किसी आरोपित को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हमलावरों की गिरफ्तारी न होने से घायलों के परिवार के लोग सहमे हुए हैं। उन्हें आशंका है कि हमलावर दुबारा उनके परिवार हमला कर सकते हैं। दूसरी ओर हमले के आरोपित घर छोड़कर फरार हैं। एसपी अनुराग आर्य के निर्देश के बावजूद संबंधित थाने की पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी में कोई रुचि नहीं ले रही है। ऐसे में दबंगों के हौसले बुलंद हैं।

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