किसानों को मिलेगा 200 करोड़ का मुआवजा

दिनेश ¨सह, प्रतापगढ़ : लंबे इंतजार के बाद अंतत: प्रतापगढ़ को ट्रकों व अन्य भारी वाहनों और जाम के झाम

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Apr 2017 12:02 AM (IST) Updated:Sun, 23 Apr 2017 12:02 AM (IST)
किसानों को मिलेगा 200 करोड़ का मुआवजा
किसानों को मिलेगा 200 करोड़ का मुआवजा

दिनेश ¨सह, प्रतापगढ़ : लंबे इंतजार के बाद अंतत: प्रतापगढ़ को ट्रकों व अन्य भारी वाहनों और जाम के झाम से निजात मिलने का रास्ता साफ हो ही गया। प्रतापगढ़ बाईपास के लिए जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया। इस अधिग्रहण के बाद नगरवासी लंबे जाम से निजात पाएंगे। साथ ही जिन किसानों की जमीन इस परियोजना में ली जा रही है, उन्हें करीब 200 करोड़ रुपये मुआवजा मिलेगा। अधिकारियों की मानें तो इस मुआवजे के लिए उन्हें बहुत दिनों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। फिलहाल बाईपास का निर्माण जिले के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

इलाहाबाद से फैजाबाद जाने वाला हाईवे शहर के बीच से होकर गुजरा है। इससे शहर में छोटे व बड़े बाहरी वाहनों का आवागमन अधिक रहता है। कार, बस, ट्रक आदि का रेला लगा रहता है। इसके कारण आए दिन शहर में हादसे होते रहते हैं। साथ ही जाम से भी लोगों को जूझना पड़ता है। इस हालत से निजात के लिए पिछले दो दशक से बाईपास की मांग की जा रही थी। तत्कालीन सांसद राजकुमारी रत्ना ¨सह ने बाईपास स्वीकृत के लिए प्रयास किया था। सरायसागर से लेकर सोनांवा तक बाईपास के लिए जमीन के चिन्हांकन की बात भी चल रही थी, पर कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार में बाईपास स्वीकृत नहीं हो सका था।

मौजूदा सांसद कुंवर हरिवंश ¨सह ने बाईपास के लिए प्रयास शुरू किया। सांसद ने दावा किया था कि सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी से वह बाईपास स्वीकृत करा लेंगे। साल भर पहले इलाहाबाद फैजाबाद हाईवे स्थित सोनावां गांव से जौनपुर रायबरेली हाईवे स्थित हरचेतपुर गांव तक जमीन को चिन्हित किया गया और सीमांकन का पिलर लगा दिया गया था। अन्य औपचारिकताएं पूरी होने के बाद 17 गांवों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण करने की अधिसूचना भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने जारी कर दिया। इस तरह अब तक कागजों में रहा बाईपास अब हकीकत में बदलने में जा रहा है।

400 करोड़ रुपये खर्च होंगे

14 किमी लंबे इस बाईपास के निर्माण पर लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें से चिह्नित किसानों को जमीन का लगभग 200 करोड़ रुपये मुआवजा मिलेगा। यह मुआवजा जमीन के प्रचलित बाजार मूल्य से चार गुना अधिक मिलेगा। जमीन अधिग्रहण के बाद एवार्ड जारी होने के 45 दिनों के अंदर किसानों को यह मुआवजा मिल जाएगा। यह पैसा सीधे किसानों के बैंक खाते में जाएगा। यह माना जा रहा है कि जून के आखिरी हफ्ते या जुलाई के प्रथम सप्ताह में बाईपास का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। निर्माण का ठेका कास्को कंपनी को मिला है।

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इन गांवों से गुजरेगा बाईपास

-सोनावां, गोड़े, बैजलपुर, घोरहा, लोहंगपुर, रामगढ़ी, सरायवीरभद्र, पूरे केशवराय, गायघाट, जहरगौ, करौंदी, पूरे माधव ¨सह, गड़ई चकदेइया, सराय कल्याणदेव, ईसीपुर, पूरे मुस्तफा व प्रतापगढ़ सिटी।

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-बाईपास के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर दी है। अब एवार्ड (अभिनिर्णय) जारी होने के बाद 45 दिनों में किसानों को जमीन का मुआवजा मिल जाएगा। बाईपास के निर्माण पर 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें से लगभग 200 करोड़ रुपये किसानों को मुआवजा मिलेगा-

राम ¨सह वर्मा, सीआरओ।

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