जंगल की सैर कर पर्यटकों ने लिया आनंद

टाइगर रिजर्व के नए पर्यटन सीजन का गुरुवार को शुभारंभ हो गया। टनकपुर हाईवे पर सिग्नेचर गेट का उद्घाटन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 11:20 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 11:20 PM (IST)
जंगल की सैर कर पर्यटकों ने लिया आनंद
जंगल की सैर कर पर्यटकों ने लिया आनंद

पीलीभीत : टाइगर रिजर्व के नए पर्यटन सीजन का गुरुवार को शुभारंभ हो गया। टनकपुर हाईवे पर बनवाए गए सिग्नेचर गेट का उद्घाटन किया गया, इसके बाद टूरिस्टों को जंगल सैर के लिए रवाना कर दिया गया। जंगल सैर के दौरान टूरिस्टों ने प्राकृतिक सुंदरता का जमकर आनंद उठाया। टूरिस्टों ने जंगल में वन्यजीवों का दीदार किया। पहले दिन पचास से अधिक टूरिस्टों ने जंगल भ्रमण किया।

समारोह के मुख्य अतिथि रुहेलखंड जोन के मुख्य वन संरक्षक अर¨वद गुप्ता, जिलाधिकारी डॉ.अखिलेश कुमार मिश्र, सिटी मजिस्ट्रेट डॉ.अर्चना द्विवेदी ने संयुक्त रूप से सिग्नेचर गेट का उद्घाटन किया। जंगल सफारी पर सवार होकर डीएम, एसपी बालेंदु भूषण ¨सह, सिटी मजिस्ट्रेट, फील्ड डायरेक्टर, उप निदेशक समेत कई अफसर टाइगर रिजर्व मुख्यालय तक गए। टाइगर रिजर्व मुख्यालय पर हुए समारोह में रुहेलखंड जोन के मुख्य वन संरक्षक गुप्ता ने कहा कि पर्यटन सीजन के लिए जंगल के अंदर सभी सुविधाओं को मुकम्मल कर दिया गया है। किसी टूरिस्ट को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। प्रत्येक टूरिस्ट जंगल भ्रमण के दौरान किसी वन्यजीव के साथ छेड़छाड़ न करें। स्वस्थ वातावरण में जंगल सैर कर आनंद उठाए। जंगल के अंदर पॉलीथीन व थर्माकोल पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जा चुकी है, क्योंकि वन्यजीवों को बहुत ही दिक्कत होती है। चूकाबीच पर थारू हट, ट्री हट, बैंबू हट आदि की सुविधाएं दी जाएगी, जो वन निगम उपलब्ध कराएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा गया है, जिससे टाइगर रिजर्व आने वाला प्रत्येक टूरिस्ट गोमती उद्गम स्थल के दर्शन कर लेगा। इससे टूरिस्ट को जनपद के बारे में बेहतर रूप से पता चल सकेगा। गोमती उद्गम स्थल को विकसित किया जा रहा है। उसे सुंदर और हरीतिमायुक्त बनाया जा रहा है। उप निदेशक आदर्श कुमार ने कहा कि पर्यटन सीजन शुरू हो गया है, जो 15 जून तक चलेगा। प्रत्येक व्यक्ति को एक बैग अनिवार्य रूप से ले जाना होगा, जिसका शुल्क तय किया गया है। टूरिस्टों को जानकारी देने के लिए पंपलेट वितरित किए जाएंगे। पर्यटकों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए, जिससे जनपद का नाम रोशन हो सकेगा। उप निदेशक ने जूट का बैग उपहार के रूप में अतिथियों को प्रदान किया। पहले दिन पचास से अधिक टूरिस्टों ने जंगल की सैर की।

टाइगर रिजर्व की महोफ रेंज के ईको पर्यटन केंद्र चूकाबीच पर पहुंचने के दौरान जंगल में टूरिस्टों ने मोबाइल में प्राकृतिक सुंदरता को अपने साथ कैद किया। टूरिस्ट चूकाबीच पर सेल्फी लेते हुए नजर आए। सेल्फी का सिलसिला रास्ते में भी खूब चला। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महोफ कॉलोनी के छात्र-छात्राओं ने चूकाबीच का भ्रमण कर प्रकृति का आनंद उठाया। इस मौके पर फील्ड डायरेक्टर डॉ.एच.राजामोहन, एसडीओ पूरनपुर प्रवीण खरे, महोफ रेंजर गिर्राज ¨सह, डिप्टी रेंजर आरिफ जमाल खान, माला रेंजर दिलीप श्रीवास्तव, राजकीय हाईस्कूल की प्रधानाचार्य सुख¨वदर कौर, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार, जीशू चक्रवर्ती, प्रेमचंद्र आदि मौजूद रहे।

कैंटीन में लिया व्यंजनों का स्वाद

पर्यटन सीजन के पहले दिन ईको पर्यटन केंद्र चूकाबीच पहुंचे टूरिस्टों ने कैंटीन पर सूक्ष्म जलपान के साथ लजीज व्यंजनों का आनंद उठाया। टूरिस्ट प्राकृतिक सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। टूरिस्टों को जंगल के अंदर विचरण करने वाले वन्यजीवों के आसानी से दर्शन हो गए। जंगल के अंदर वन संपदा को भी नजदीक से निहार कर अभिभूत हो गए। चूकाबीच पर पहुंचते ही टूरिस्ट तारीफ करते नजर आ रहे थे।

मुख्य वन संरक्षक ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा

रुहेलखंड जोन के मुख्य वन संरक्षक अर¨वद गुप्ता ने फील्ड डायरेक्टर, उप निदेशक के साथ ईको पर्यटन केंद्र चूकाबीच पहुंचे और पर्यटन सीजन में उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। मुख्य वन संरक्षक ने कैंटीन, ट्रीहट, शोबनेयर शॉप, बैंबू हट आदि का निरीक्षण कर दिशा निर्देश दिए। उन्होंने फील्ड डायरेक्टर और उप निदेशक से पर्यटन के बारे में जानकारी हासिल की। फैक्ट फाइल पर्यटन सीजन :

15 नवंबर से 31 मार्च तक : सुबह सात बजे से दस बजे, शाम तीन बजे से छह बजे

1 अप्रैल से 15 जून तक : सुबह छह बजे से नौ बजे और शाम साढ़े चार बजे से साढ़े सात बजे तक जंगल सफारी का रेट

पीलीभीत से चूका तक प्रति चक्कर : 3540 रुपये

महोफ गेट से चूका तक प्रति चक्कर : 3186 रुपये

मुस्तफाबाद से चूका तक प्रति चक्कर : 2832 रुपये पर्यटक प्रवेश शुल्क

भारतीय प्रति पर्यटक प्रवेश शुल्क : 100 रुपये

विदेशी प्रति पर्यटक प्रवेश शुल्क : 600 रुपये

गाइड प्रति चक्कर : 300 रुपये

हटों का शुल्क :

थारू हट : 1575 रुपये एक व्यक्ति

ट्री हट : 2100 रुपये एक व्यक्ति

बैंबू हट : 2100 रुपये एक व्यक्ति

अरण्य कुटीर : 2000 रुपये प्रति कमरा

वन विश्राम भवन : 1250 रुपये प्रति कमरा

कैमरा शुल्क

व्यवसायिक छोटा : 500 रुपये कैमरा

व्यवसायिक बड़ा : 5000 रुपये प्रति कैमरा

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