रावण के पुतले की अस्थियां बटोरने के लिए दौड़े युवक

गांव में चल रही रामलीला का शुक्रवार को रावण वध के साथ समापन हो गया। अंतिम दिन लीला देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। दशानन की मौत के बाद उसके पुतले में आग लगा दी गई। अस्थियां बटोरने को लेकर युवा दौड़ पड़े।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Nov 2019 11:41 PM (IST) Updated:Sat, 30 Nov 2019 06:08 AM (IST)
रावण के पुतले की अस्थियां बटोरने के लिए दौड़े युवक
रावण के पुतले की अस्थियां बटोरने के लिए दौड़े युवक

संवाद सूत्र, जोगराजपुर (पीलीभीत): गांव में चल रही रामलीला का शुक्रवार को रावण वध के साथ समापन हो गया। अंतिम दिन लीला देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। दशानन की मौत के बाद उसके पुतले में आग लगा दी गई। अस्थियां बटोरने को लेकर युवा दौड़ पड़े।

रामलीला मेला 14 नवंबर से शुरू किया गया था। मेघनाथ, कुंभकरण, अहिरावण वध की लीला का मंचन के साथ रावण वध की लीला दिखाई गई। भगवान राम और रावण के बीच जमकर युद्ध होता है। भगवान बार बार रावण के सिर काट देते हैं। रावण का एक सिर कटता है तो दूसरे सिर निकल आते हैं। इसी बीच विभीषण भगवान को रावण की नाभि में अमृत होने की बात कहकर तीर चलाने की जानकारी देते हैं। तीर लगते ही रावण धराशायी हो जाता है। लीला देखने वाले लोग प्रभु की जय जयकार करने लगते हैं। देवता पुष्प वर्षा कर शंखनाद करते हैं, इसके बाद उसके पुतले को आग के हवाले कर दिया जाता है। जगदीश प्रसाद वर्मा, शिवसागर लाल, श्याम किशोर दीक्षित, संजीव वर्मा, आलोक वर्मा, मोहित वर्मा, राहुल श्रीवास्तव, पंकज वर्मा, अजय प्रताप सिंह, शोभित वर्मा, सुधीर मौजूद रहे।

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