बिना कोच के अभ्यास करने को विवश खिलाड़ी

पीलीभीतजेएनएन कोविड महामारी के कारण शहर का गांधी स्टेडियम काफी समय तक बंद रहा। ऐसे में खेल गतिविधियां भी ठप रहीं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नियंत्रित होने के बाद अनलाक घोषित हुआ तो स्टेडियम में रौनक लौटी लेकिन कई खेलों के प्रशिक्षक नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को दिक्कत हो रही है। लंबी प्रतीक्षा के बाद अब तक सिर्फ फुटबाल के प्रशिक्षक की नियुक्ति हो सकी है। ताइक्वांडो का प्रशिक्षण खुद जिला क्रीड़ा अधिकारी दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:22 PM (IST)
बिना कोच के अभ्यास करने को विवश खिलाड़ी
बिना कोच के अभ्यास करने को विवश खिलाड़ी

पीलीभीत,जेएनएन : कोविड महामारी के कारण शहर का गांधी स्टेडियम काफी समय तक बंद रहा। ऐसे में खेल गतिविधियां भी ठप रहीं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नियंत्रित होने के बाद अनलाक घोषित हुआ तो स्टेडियम में रौनक लौटी लेकिन कई खेलों के प्रशिक्षक नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को दिक्कत हो रही है। लंबी प्रतीक्षा के बाद अब तक सिर्फ फुटबाल के प्रशिक्षक की नियुक्ति हो सकी है। ताइक्वांडो का प्रशिक्षण खुद जिला क्रीड़ा अधिकारी दे रहे हैं।

हाकी और क्रिकेट जैसे खेलों का अलग ही आकर्षण हैं। इन दोनों खेलों के खिलाड़ियों की शहर में अच्छी खासी संख्या है। कमी है तो सिर्फ प्रशिक्षक की। प्रशिक्षक न होने की वजह से खिलाड़ी अपने सीनियर की देखरेख में तकनीकी बारीकियां सीखने का प्रयास करते हैं। बैडमिटन, कबड्डी, एथलेटिक्स खेलों के लिए अभी तक शासन की ओर से प्रशिक्षकों की नियुक्ति नहीं की है। इन खेलों के प्रशिक्षकों की नियुक्ति संविदा के आधार पर शासन स्तर से होती रही है। कोविड महामारी के दौर में प्रशिक्षकों की संविदा समाप्त हो गई। तब से लेकर अब तक नए प्रशिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। कुछ दिन पहले ही स्टेडियम में फुटबाल प्रशिक्षक के तौर पर अविनाश शर्मा की नियुक्ति हुई है। उन्होंने स्टेडियम में पंजीकृत खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। खिलाड़ियों का कहना है कि अन्य खेलों के प्रशिक्षकों की नियुक्ति भी शीघ्र होनी चाहिए, जिससे प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें तैयारी करने में आसानी रहेगी। अभी हाल में ही फुटबाल प्रशिक्षक के तौर पर नियुक्ति हुई है। स्टेडियम में आने वाले खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। प्रयास रहेगा कि यहां फुटबाल के अच्छे खिलाड़ी तैयार हो सकें।

अविनाश शर्मा, फुटबाल कोच विभिन्न खेलों के प्रशिक्षकों की नियुक्ति के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इस माह के अंत तक कई प्रशिक्षकों की नियुक्ति हो जाने की संभावना है। ताइक्वांडो का प्रशिक्षण मैं स्वयं दे रहा हूं। इच्छुक बच्चे सिर्फ साठ रुपये सालाना फीस जमा करके ताइक्वांडो का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।

राजकुमार, जिला क्रीड़ा अधिकारी

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