तालाब पर कब्जे के लिए मारपीट,पुलिस ने कराया समझौता

ग्राम पंचायत के मौजा सकतपुर में 22 एकड़ तालाब पर कब्जा करने की शिकायत तीन वर्ष पूर्व की गई थी। प्रशासन ने शासन को तालाब कब्जा मुक्त होने की रिपोर्ट भेज दीलेकिन तालाब आज भी कब्जा मुक्त नहीं हो सका। पांच एकड़ जमीन पर कब्जे को लेकर आपस में हुई मारपीट का मामला थाना पहुंचा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 11:07 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 06:10 AM (IST)
तालाब पर कब्जे के लिए मारपीट,पुलिस ने कराया समझौता
तालाब पर कब्जे के लिए मारपीट,पुलिस ने कराया समझौता

संवाद सूत्र, जोगराजपुर (पीलीभीत) : ग्राम पंचायत के मौजा सकतपुर में 22 एकड़ तालाब पर कब्जा करने की शिकायत तीन वर्ष पूर्व की गई थी। प्रशासन ने शासन को तालाब कब्जा मुक्त होने की रिपोर्ट भेज दी,लेकिन तालाब आज भी कब्जा मुक्त नहीं हो सका। पांच एकड़ जमीन पर कब्जे को लेकर आपस में हुई मारपीट का मामला थाना पहुंचा।

थाना सेहरामऊ उत्तरी की ग्राम पंचायत जोगराजपुर के मौजा सकतपुर में 22 एकड़ तालाब है जिस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है। तालाब में कुछ वर्ष पहले तक गांवों में जानवर चरने के लिए आते थे। गर्मी की सीजन में पानी पिलाने के साथ उन्हें नहलाया जाता था। ग्रामीण क्षेत्र के लोग कच्चे घरों की लिसाई पुताई के लिए मिट्टी भी ले जाते थे। कुछ वर्ष पहले तालाब की जमीन पर कब्जा हो गया। चकबंदी में लोगों को उम्मीद थी शायद यह तालाब कब्जामुक्त हो जाएगा पर ऐसा हुआ। भूमाफिया ने चकबंदी अधिकारियों से मिलीभगत कर कब्जा बरकरार रखा। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से की। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव ने कार्रवाई का आदेश दिया था। राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तालाब की पैमाइश की। कब्जेदारों को जमीन छोड़ने का आदेश दिया गया। खेतों में खड़ी फसल पलटने का भी प्रयास किया गया पर सफलता नहीं मिली। तीन साल बीतने के बाद भी तालाब कब्जा मुक्त नहीं हो सका है। तालाब की 4 एकड़ जमीन जो बची थी उस पर भी इस बार भू माफिया द्वारा कब्जा कर गेहूं की फसल बो दी गई है। कब्जे को लेकर लोगों की आपस में मारपीट भी हुई। मामला थाना पहुंचा तो समझाकर दोनों पक्षों को शांत करा दिया गया।

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