यमुना प्राधिकरण के गांव भी होंगे खुले में शौच से मुक्त
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा अधिसूचित 96 गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए यमुना
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: अधिसूचित 96 गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए यमुना प्राधिकरण आठ करोड़ 13 लाख रुपये खर्च करेगा। इस रकम से गांवों में 6770 शौचालय बनाए जाएंगे। प्राधिकरण ने लाभार्थियों के खाते में शौचालय निर्माण की राशि की पहली किस्त भेजना शुरू कर दी है। लाभार्थियों को दो किस्तों में 12 हजार रुपये प्रति शौचालय दिए जाएंगे।
पंचायती राज व्यवस्था वाले गांवों को खुले में शौच से मुक्त किया जा चुका है, लेकिन गौतमबुद्ध नगर के अधिकतर गांव नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण में शामिल हो चुके हैं। इन गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने की जिम्मेदारी प्राधिकरणों की है।
यमुना प्राधिकरण ने फेज एक में शामिल गौतमबुद्ध नगर एवं बुलंदशहर के 96 गांवों में सर्वे कराकर उन लोगों की पहचान की है, जिनके यहां शौचालय की सुविधा नहीं है। लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं। प्राधिकरण के सर्वे के मुताबिक शौचालय विहीन 6770 लोगों को चिह्नित किया गया है। प्राधिकरण इन परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये प्रति देगा। इसकी पहली किस्त जारी करने के आदेश सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने दिए हैं।
पहली किस्त का उपयोग करने पर जारी होगी दूसरी किस्त: शौचालय निर्माण के लिए जारी पहली किस्त की धनराशि का उपयोग होने पर दूसरी किस्त जारी की जाएगी। प्राधिकरण शौचालय निर्माण पर कुल आठ करोड़ 13 लाख रुपये व्यय करेगा। प्राधिकरण की टीम बनाए गए शौचालय की औचक जांच करेगी। धनराशि लेकर शौचालय का निर्माण न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शौचालय निर्माण के लिए निर्धारित धनराशि की पहली किस्त जारी कर दी गई है। शेष धनराशि दूसरी किस्त में जारी की जाएगी। शौचालय निर्माण पर प्राधिकरण आठ करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगा।
-डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण