विश्व डेंटिस्ट दिवस : निरोगी काया की पहचान, निरोग मसूढ़े और दांत

आशीष धामा नोएडा दांत के बिना भोजन करना असंभव है। दांतों का सीधा संबंध काया (शरीर) से

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 11:02 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 11:02 PM (IST)
विश्व डेंटिस्ट दिवस : निरोगी काया की पहचान, निरोग मसूढ़े  और दांत
विश्व डेंटिस्ट दिवस : निरोगी काया की पहचान, निरोग मसूढ़े और दांत

आशीष धामा, नोएडा : दांत के बिना भोजन करना असंभव है। दांतों का सीधा संबंध काया (शरीर) से होता है। दांत कमजोर होंगे तो पर्याप्त मात्रा में भोजन न मिलने से काया भी कमजोर हो जाती है। निरोगी काया की पहचान स्वस्थ मसूढ़े और दांत ही हैं। साफ-सफाई से दांतों को मोती की तरह चमकीला और मसूढ़े को मजबूत बनाया जा सकता है। साथ ही गुटखा व धूमपान के सेवन को त्यागने से कैंसर जैसी बीमारी से भी बचा जा सकता है।

जिला अस्पताल की डेंटल सर्जन डॉ. सुजाता बर्मन व सेक्टर-11 मेट्रो अस्पताल की डेंटल सर्जन डॉ. सोनिया खोराना ने बताया कि इन दिनों लोगों को पायरिया व कैविटी की समस्या सबसे ज्यादा है। जिला अस्पताल में रोजाना 150 से अधिक लोग मसूढ़े में सूजन (पायरिया) और कैविटी के इलाज को पहुंचते हैं। निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ रहती है। दांत कितने भी स्वस्थ क्यों न हो, लेकिन यदि मसूढ़े ठीक नहीं हैं तो दांतों के खराब होने का खतरा हमेशा रहता है। शुरुआत में मसूढ़े में सूजन होती है फिर कुछ समय बाद दांतों का हिलना शुरू हो जाता है। मसूढ़े में सूजन आना ही पायरिया को जन्म देता है। इससे दांतों में पीलापन हो जाता है और मुंह से दुर्गध आने लगती है। 25 से 30 वर्ष के बीच युवाओं में धूमपान व तंबाकू का सेवन करने से यह बीमारी आम हो गई है।

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आनुवांशिक भी होता है यह रोग

चिकित्सक बताते हैं कि पायरिया समय पर इलाज से ठीक हो जाता है। यह रोग आनुवांशिक भी होता है, लेकिन साथ खाने व रहने से नहीं होता। चमकते दांतों का मूलमंत्र है खाने के बाद ब्रश और फास्ट फूड से परहेज करना है।

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दांतों को स्वस्थ रखने के उपाय - खाना खाने के बाद जरूर ब्रश करें

- रोजाना जीभ साफ करें

- तंबाकू व धूमपान छोड़े, अच्छा खानपान लें

- छह माह में दांतों की जांच कराएं

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