होमगार्ड वेतन घोटाले के शिकायकर्ता प्लाटून कमांडर ने मस्टर रोल में लगाई थी आग, गिरफ्तार

दी थी पिटाई आरोपित शिकायतकर्ता की कन्नौज में ड्यूटी के दौरान होमगार्डों ने प्लाटून कमांडर के कहने पर पिटाई कर दी थी। शिकायतकर्ता राजीव ने आगरा के एक प्रकरण व बहराइच के एक प्रकरण में होमगार्ड विभाग में फैले भ्रष्टाचार की शिकायत पुलिस के अधिकारियों से की थी। --- जहां से शुरू हुई जांच वहीं आकर हुई समाप्त होमगार्ड वेतन घोटाले की शिकायत राजीव ने की थी। इसके बाद पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन उनकी गिरफ्तारी आग लगाने की घटना के बाद हुई। यदि पहले ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाता तो स्थिति कुछ और होती और राजीव आग लगाने के लिए विवश न होता। हालांकि उसने पहले इसमें शामिल होने की बात भी स्वीकारी है लेकिन जब उसकी आंख खुली तो वह विभाग में फैले भ्रष्टाचार को समाप्त करना चाहता था। --- प्रवीण सिंह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Nov 2019 08:10 PM (IST) Updated:Wed, 27 Nov 2019 06:10 AM (IST)
होमगार्ड वेतन घोटाले के शिकायकर्ता प्लाटून कमांडर ने मस्टर रोल में लगाई थी आग, गिरफ्तार
होमगार्ड वेतन घोटाले के शिकायकर्ता प्लाटून कमांडर ने मस्टर रोल में लगाई थी आग, गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जिला कमांडेंट होमगार्ड कार्यालय में बीते 18 नवंबर की रात उन फर्जी मस्टर रोल में आग लगा दी गई थी जो कि होमगार्ड वेतन घोटाले से जुड़े थे। पुलिस ने मामले में चौकाने वाला पर्दाफाश किया है। घोटाले का शिकायतकर्ता अवैतनिक प्लाटून कमांडर ही आग लगाने का आरोपित निकला है। पुलिस ने आरोपित प्लाटून कमांडर राजीव कुमार निवासी गांव सैदपुरा हापुड़ को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के कब्जे से घटना में इस्तेमाल शॉल, लोहे की राड, जिससे ताला तोड़ा गया। पेट्रोल की बोतल, जिसे डालकर आग लगाई गई बरामद हुई है। दैनिक जागरण ने बीते 21 नवंबर के अंक में पर्दाफाश किया था कि घोटाले का शिकायतकर्ता जांच के घेरे में है। उस पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है। पुलिस जांच में अब इस बात की पुष्टि हुई है और आरोपित शिकायतकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे में भी आरोपित की गतिविधि कैद हुई थी। घटना के वक्त उसने शॉल ओढ़ी हुई थी।

एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि होमगार्ड वेतन घोटाले की जांच के दौरान सूरजपुर स्थित होमगार्ड कार्यालय में आग लगा दी गई थी। मामले की जांच के लिए एसपी सिटी विनीत जायसवाल के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई। स्टार टू टीम प्रभारी यतेंद्र कुमार व स्टार वन प्रभारी अजय कुमार की टीम की जांच के दौरान एक सीसीटीवी फुटेज हाथ लगी। फुटेज में जो व्यक्ति घटनास्थल पर दिखा वह अवैतनिक प्लाटून कमांडर राजीव कुमार है। वह हाथ में राड व बोतल में पेट्रोल ले जाते हुए दिखा है। इसके बाद पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी ने सीसीटीवी फुटेज हासिल करने में अहम भूमिका निभाने वाले दो पुलिसकर्मी रविद्र व नवशीष को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपित राजीव ने बताया है कि उसने जब एसएसपी से मामले की शिकायत की तो पांच महीने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोपित को लगा कि मामले में सिर्फ निचले स्तर पर कार्रवाई की जाएगी और होमगार्ड को जेल भेजा जाएगा। इस वजह से उसने घोटाले से जुड़े दस्तावेजों में आग लगा दी थी।

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लोकसभा चुनाव का भुगतान डकार गए आरोपित

पुलिस जांच में पता चला है कि घोटाले के आरोप में गिरफ्तार मंडल कमांडेंट सहित अन्य पांच आरोपितों ने मिलकर वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के भुगतान की रकम डकार ली थी। इस बात को लेकर भी शिकायतकर्ता का घोटाले के आरोपितों के साथ विवाद हुआ था। बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान होमगार्ड ड्यूटी का भुगतान प्रदेश सरकार की तरफ से एडवांस में किया जाता है।

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कन्नौज में कर दी थी पिटाई

आरोपित शिकायतकर्ता की कन्नौज में ड्यूटी के दौरान होमगार्डों ने प्लाटून कमांडर के कहने पर पिटाई कर दी थी। शिकायतकर्ता राजीव ने आगरा के एक प्रकरण व बहराइच के एक प्रकरण में होमगार्ड विभाग में फैले भ्रष्टाचार की भी शिकायत पुलिस के अधिकारियों से की थी।

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जहां से शुरू हुई जांच वहीं आकर हुई समाप्त

होमगार्ड वेतन घोटाले की शिकायत राजीव ने की थी। इसके बाद पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन उनकी गिरफ्तारी आग लगाने की घटना के बाद हुई। यदि पहले ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाता तो स्थिति कुछ और होती और राजीव आग लगाने के लिए विवश न होता। हालांकि उसने पहले इसमें शामिल होने की बात भी स्वीकारी है लेकिन जब उसकी आंख खुली तो वह विभाग में फैले भ्रष्टाचार को समाप्त करना चाहता था।

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