नौकरी व लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार

जागरण संवाददाता नोएडा सेक्टर 36 स्थित साइबर थाना पुलिस ने सेक्टर-3 नोएडा और शालीमार गा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 10:17 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 10:17 PM (IST)
नौकरी व लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार
नौकरी व लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नोएडा :

सेक्टर 36 स्थित साइबर थाना पुलिस ने सेक्टर-3 नोएडा और शालीमार गार्डन गाजियाबाद में छापेमारी कर फर्जी कॉल सेंटर के जरिये ठगी करने वाले गिरोह के पांच शातिरों को गिरफ्तार कर बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। नौकरी और लोन के नाम पर जालसाज लोगों को फोन कर ठगी कर रहे थे। पकड़े गए आरोपितों की पहचान मयंक तिवारी निवासी औरैया, रोहित व कृष्णपाल निवासी बागपत, इंद्र कुमार बैरवा उर्फ राहुल निवासी जयपुर राजस्थान और अमित कुमार निवासी हमीरपुर के रूप में हुई। बीएससी पास मयंक द्वारिका दिल्ली में, बीटेक पास रोहित और कृष्ण पाल शालीमार गार्डन गाजियाबाद में, बीटेक पास इंद्रकुमार ग्रेटर नोएडा में और बीएससी पास अमित कुमार अशोक नगर दिल्ली में रहता है। इनके पास से 12 मोबाइल, 16 रजिस्टर, चार लैपटॉप, 1 वाइ-फाई राउटर, दो चेक बुक, तीन मुहर के अलावा चार बैंक खातों के बारे में पता लगा है। दोनों सेंटरों में करीब 30 कर्मचारी काम करते थे, हालांकि छापेमारी के दौरान कर्मचारी नहीं मिले। ऑनलाइन डाटा खरीद चार-पांच वर्षों से कर रहे थे ठगी साइबर थाना पुलिस के अनुसार आरोपित ऑनलाइन डाटा खरीदकर प्रति माह करीब पांच से सात हजार लोगों को फोन करते थे। पिछले चार-पांच वर्षों से ठगी के धंधे में संलिप्त थे। अबतक की पूछताछ में इनके चार से अधिक बैंक खातों का पता लगा है। आरोपित फोन कर लोगों को मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी का झांसा देते थे। इसके लिए लोगों से रकम लेकर पहले अपनी कंपनी में रजिस्ट्रेशन कराते थे। इसके बाद रेज्यूम सेलेक्ट होने की बात कह इंटरव्यू कराने की बात कहते थे। फिर खुद ही इंटरव्यू कर एमएनसी का फर्जी ऑफर लेटर दे देते थे। कंसल्टेंसी के नाम पर लोगों से 28 हजार रुपये तक वसूल करते थे। इसी प्रकार आरोपित विभिन्न कंपनियों से लोन के नाम पर लोगों से संपर्क कर लोन पास कराने का झांसा देकर ठगी करते थे। इस दौरान लोगों से फाइल चार्ज, प्रोसेसिग फीस सहित अन्य नाम पर रकम जमा करा लेते थे। साइबर थाने का दावा है कि आरोपितों ने गुजरात, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तिसगढ़, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र सहित अन्य कई प्रदेश के लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। बरामद दस्तावेज से पांच सौ से अधिक लोगों का डाटा मिला है। पिछले कुछ समय में लॉकडाउन के दौरान नौकरी छूटने पर बड़े स्तर पर लोग विभिन्न वेबसाइटों पर नौकरी के लिए रेज्यूम अपलोड करते थे। आरोपित उसका भी फायदा उठा रहे थे। एसपी साइबर क्राइम त्रिवेणी सिंह ने बताया कि इस गिरोह के मिले बैंक खाते से 25 से 30 लाख रुपये के ट्रांजक्शन का पता लगा है। इनके बैंक खातों की डिटेल खंगाली जा रही है। इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों को भी पकड़ा जाएगा।

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