एनसीएलटी में एक और बिल्डर के खिलाफ वाद दायर

नोएडा स्थित आइबीआर प्राइम आइएसइजेड बिल्डर परियोजना के खिलाफ एनसीएलटी में वाद दायर हुआ है। जिसके बाद बिल्डर परियोजना से जुड़े मामलों पर यूपी रेरा ने सुनवाई से इंकार कर दिया है। आइबीआर प्राइम आइएसइजेड बिल्डर परियोजना से जुड़े खरीदारों ने यूपी रेरा में याचिका दायर की थी। जिसके बाद पीठ तीन में मामलों की सुनवाई चल रही थी। शु

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Oct 2019 06:32 PM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:05 AM (IST)
एनसीएलटी में एक और बिल्डर के खिलाफ वाद दायर
एनसीएलटी में एक और बिल्डर के खिलाफ वाद दायर

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नोएडा स्थित आइबीआर प्राइम आइएसइजेड बिल्डर परियोजना के खिलाफ एनसीएलटी में वाद दायर हुआ है। जिसके बाद बिल्डर परियोजना से जुड़े मामलों पर यूपी रेरा ने सुनवाई से इन्कार कर दिया है। आइबीआर प्राइम आइएसइजेड बिल्डर परियोजना से जुड़े खरीदारों ने यूपी रेरा में याचिका दायर की थी। इसके बाद पीठ तीन में मामलों की सुनवाई चल रही थी। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान पता चला कि बिल्डर के खिलाफ एनसीएलटी में वाद दायर हो गया है। एनसीएलटी में मामला चला जाने के बाद यूपी रेरा ने सुनवाई से इन्कार कर दिया है। यूपी रेरा पीठ तीन सदस्य भानु प्रताप सिंह ने विभिन्न बिल्डरों से जुड़े 53 मामलों पर शुक्रवार को सुनवाई की। सुनवाई के दौरान ज्यादातर खरीदारों ने बिल्डरों पर फ्लैट निर्माण कार्य में लेटलतीफी का आरोप लगाया। कई शिकायतकर्ताओं ने फ्लैट के बजाय रिफंड दिलाने की मांग की। इस दौरान पीठ सदस्य ने बिल्डरों को जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा कर फ्लैट देने के दिशा निर्देश दिए। सुनवाई के लिए आगामी तिथि निर्धारित की गई है। आइबीआर प्राइम आइएसइजेड बिल्डर परियोजना का वाद एनसीएलटी में चले जाने के बाद यूपी रेरा ने सुनवाई से इंकार कर दिया है। दरअसल यूपी रेरा की कार्रवाई से बचने के लिए बिल्डर एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) को अपना हथियार बना रहे है। यूपी रेरा की कार्रवाई से बचने के लिए 185 से अधिक बिल्डरों के खिलाफ एनसीएलटी में वाद दायर हो चुके है। खरीदारों का आरोप है यूपी रेरा की कार्रवाई से बचने के लिए बिल्डर के इशारे पर एनसीएलटी में मामलों को फंसाया जा रहा है।

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