आरसी जारी होने पर भी बिल्डर से रिकवरी करने में प्रशासन नाकाम

बिल्डरों की मानमानी के आगे प्रशासन भी विवश हो चुका है। रेरा से अगस्त 2019 में बिल्डर के खिलाफ जारी आरसी (रिकवरी सर्टिफिकेट) पर दादरी तहसील प्रशासन एक साल बाद भी रकम की वसूली नहीं कर सका है। फ्लैट खरीदार ने रेरा में दोबारा शिकायत देकर बिल्डर से रकम वसूली कराने की मांग की है। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्य सचिव को भी पत्र भेजा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Feb 2020 07:51 PM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 07:51 PM (IST)
आरसी जारी होने पर भी बिल्डर से रिकवरी करने में प्रशासन नाकाम
आरसी जारी होने पर भी बिल्डर से रिकवरी करने में प्रशासन नाकाम

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: बिल्डरों की मनमानी के आगे प्रशासन भी विवश हो चुका है। रेरा से अगस्त 2019 में बिल्डर के खिलाफ जारी आरसी (रिकवरी सर्टिफिकेट) पर दादरी तहसील प्रशासन एक साल बाद भी रकम की वसूली नहीं कर सका है। फ्लैट खरीदार ने रेरा में दोबारा शिकायत देकर बिल्डर से रकम वसूली कराने की मांग की है। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्य सचिव को भी पत्र भेजा है।

पीयूष जायसवाल पेशे से कारोबारी हैं। उन्होंने गायत्री हॉस्पिटेलिटी एंड रियलकॉन बिल्डर के प्रोजेक्ट में 2011 में फ्लैट की बुकिग कराई थी। बिल्डर ने उन्हें चार साल में फ्लैट पर कब्जा देने का वादा किया था, लेकिन बिल्डर ने अपना वादा पूरा नहीं किया। बिल्डर के रवैये से हताश होकर उन्होंने 2018 में उत्तर प्रदेश भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण रेरा में शिकायत देकर बिल्डर से रकम वापस दिलाने की मांग की। उनकी शिकायत पर सुनवाई के बाद रेरा ने जनवरी 2019 में बिल्डर के खिलाफ आदेश जारी करते हुए पीड़ित की रकम वापस करने का आदेश दिया। रेरा के आदेश पर बिल्डर ने उनकी रकम वापस नहीं की तो रेरा ने अगस्त 2019 में बिल्डर के खिलाफ आरसी जारी की। इसके बावजूद प्रशासन बिल्डर से पीड़ित की रकम वसूल करने में नाकाम रहा है।

पीड़ित जिला प्रशासन से लेकर तहसील प्रशासन के चक्कर लगाते रहे। उन्होंने जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की। अधिकारियों ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई करना तो दूर फोन रिसीव करना भी बंद कर दिया। पीयूष जायसवाल का कहना है कि बिल्डर को फ्लैट के एवज में भुगतान की गई रकम ब्याज समेत करीब 32 लाख रुपये हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव व रेरा अध्यक्ष को पत्र भेजकर बिल्डर से रकम की वसूली कराने की मांग की है। पीयूष जायसवाल का कहना है कि बिल्डर परियोजना में उनकी बहन ने भी फ्लैट बुक कराया था। रेरा उनके मामले में भी आरसी जारी कर चुका है, लेकिन प्रशासन इसकी रिकवरी करने में भी असफल रहा है। बिल्डर के सभी खाते सील कर दिए गए हैं। बिल्डर लापता है। उनकी तलाश की जा रही है।

राजीव राय, एसडीएम दादरी आरसी जारी होने के बावजूद अगर रकम की रिकवरी नहीं हुई है तो पीड़ित दोबारा रेरा में शिकायत कर सकते हैं। रेरा नियमानुसार कार्रवाई करेगा।

बलबिदर कुमार, सदस्य रेरा

chat bot
आपका साथी