इंजीनिय¨रग कालेजों में पढ़ाएंगे पीएचडी के छात्र

प्रभात उपाध्याय, नोएडा : प्रदेश के सरकारी इंजीनिय¨रग कालेजों में इस सत्र से पीएचडी के छात्र कक्षा

By Edited By: Publish:Thu, 02 Jul 2015 07:40 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2015 07:40 PM (IST)
इंजीनिय¨रग कालेजों में पढ़ाएंगे पीएचडी के छात्र

प्रभात उपाध्याय, नोएडा :

प्रदेश के सरकारी इंजीनिय¨रग कालेजों में इस सत्र से पीएचडी के छात्र कक्षाएं लेंगे। उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय (यूपीटीयू) ने शोध छात्रों को टीचिंग फेलो के तौर पर तैनात करने पर मुहर लगा दी है। साथ ही इसके लिए बजट भी आवंटित कर दिया है।

यूपीटीयू में 2015-16 सत्र में पीएचडी में दाखिला लेने वाले छात्रों को सरकारी इंजीनिय¨रग कालेजों में रिसर्च कम टीचिंग फेलो के तौर पर तैनात किया जाएगा। यह छात्र कालेजों में सप्ताह में छह दिन दस से बारह घंटे की कक्षाएं लेंगे। इन्हें हर माह 20,000 रुपये तनख्वाह दी जाएगी। यूपीटीयू ने टीचिंग फेलो के लिए पचास लाख रुपये बजट भी आवंटित कर दिया है। शोध छात्रों को टीचिंग फेलो के तौर पर तैनात करने का मुख्य मकसद अध्यापकों की कमी से निपटना है।

लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के बाद किया जाएगा तैनात

टीचिंग फेलो के पद पर तैनाती के लिए छात्र को पीएचडी की प्रवेश परीक्षा देनी होगी। उसके बाद साक्षात्कार के माध्यम से अंतिम चयन होगा। पीएचडी में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया नौ जुलाई तक चलेगी। छह जुलाई तक यूपीटीयू की वेबसाइट से ऑनलाइन चालान प्राप्त किया जा सकता है। एचडीएफसी बैंक में चालान के माध्यम से शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि सात जुलाई है।

40 फीसदी तक अध्यापकों की कमी है

प्रदेश के करीब एक दर्जन से अधिक सरकारी इंजीनिय¨रग कालेजों में पैंतीस से चालिस प्रतिशत तक अध्यापकों की कमी है। कुछ कालेजों में यह आंकड़ा पचास से साठ प्रतिशत तक है। कुछ ऐसे कालेज भी हैं जहां कुछ विषय के अध्यापक ही नहीं हैं। यूपीटीयू की इस कवायद से काफी हद तक अध्यापकों की कमी से निपटने में मदद मिलेगी। साथ ही छात्रों को इसका फायदा मिलेगा।

छात्रों को आर्थिक मदद भी मिलेगी

टीचिंग फेलो को शुरू करने के पीछे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद भी मकसद है। विश्वविद्यालय के अनुसार आर्थिक दिक्कत से कई छात्र शोध पूरा नहीं कर पाते हैं। कई बार वे बीच में ही शोध छोड़ देते हैं। इस योजना से उनकी काफी मदद होगी।

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इस सत्र से पहली बार पीएचडी में टीचिंग फेलो के लिए सीटें आरक्षित की गई हैं। इसके लिए बजट भी आवंटित कर दिया गया है। जुलाई के अंतिम सप्ताह तक सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

- डा.ओंकार सिंह, यूपीटीयू के कार्यवाहक कुलपति।

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