किसानों की आवाज दबाने वालों को मिलेगा जबाव

खतौली में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को भारत बंद के तहत भाकियू रालोद ने दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर सात घंटे तक कब्जा जमाए रखा। धरने पर वक्ताओं ने कहा कि किसानों की आवाज दबाने शोषण करने वालों को जल्द जवाब दिया जाएगा। अन्नदाता सड़कों पर उतरकर केवल अपना हक मांग रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 10:31 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 10:31 PM (IST)
किसानों की आवाज दबाने वालों को मिलेगा जबाव
किसानों की आवाज दबाने वालों को मिलेगा जबाव

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को भारत बंद के तहत भाकियू, रालोद ने दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर सात घंटे तक कब्जा जमाए रखा। धरने पर वक्ताओं ने कहा कि किसानों की आवाज दबाने, शोषण करने वालों को जल्द जवाब दिया जाएगा। अन्नदाता सड़कों पर उतरकर केवल अपना हक मांग रहा है।

कृषि कानूनो के विरोध में सोमवार को घोषित भारत बंद के तहत भाकियू के पूर्व मंडल महासचिव राजू अहलावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं नेशनल हाईवे पर कब्जा जमा लिया। किसान भैंसी कट के निकट फ्लाइओवर के नीचे धरना देकर बैठ गए। ट्रैक्टर-ट्राली हाईवे के बीच लगाकर आवागमन को रोक दिया। राजू अहलावत ने कहा कि कृषि कानूनो की वापसी, एमएसपी पर कानून आंदोलन की मुख्य मांग है। रालोद ने भी चक्का जाम को समर्थन किया। पूर्व जिलाध्यक्ष अजित राठी, पूर्व मंत्री योगराज सिंह व अभिषेक सिंह गुर्जर ने संयुक्त रूप से कहा कि किसानों की मांग जायज है। चक्का जाम में तहसीलों में भ्रष्टाचार पर रोक और पुलिस प्रशासन सही से काम का आह्वान किया गया। सायंकाल साढ़े चार बजे धरना समाप्त किया गया। धरने में कपिल सोम, मनोज सहरावत, चौ. वीरेंद्र सिंह, चांदवीर सिंह, अंकित चौधरी,,नीरज पहलवान,अजित राठी, अभिषेक चौधरी, पंकज राठी, धर्मेद्र तोमर, संजय राठी,सुनील प्रधान, पुष्पेंद्र चौधरी, प्रवेंद्र ढाका,बबलू प्रधान, अनुज प्रधान, विकास बालियान, बिट्टू ठाकुर, विपिन मेहंदीयान, राजवीर सिंह, खालिद गुर्जर, प्रभाष सैनी, खड़क सिंह आदि मौजूद रहे।

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हाईवे पर किया प्रदर्शन

मंसूरपुर : भारत बंद के दौरान मंसूरपुर में कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। मंसूरपुर में बस स्टैंड के समीप हाईवे पर भाकियू नेत्री सोहनबीरी देवी ने दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ कृषि कानूनों के विरोध में धरना-देकर प्रदर्शन किया। सुभाष काकरान, लाखन सिंह, रणजीत सिंह, धनश्याम प्रेमी, बिजेंद्र दूधाहेड़ी, हरेन्द्र काकरान, महेंद्र व राजकुमार आदि मौजूद रहे।

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