गुपचुप खालापार पहुंचे जयंत, नूरा के परिजनों से मिले

रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी पुलिस-प्रशासन को चमका देकर गुरुवार सुबह खालापार पहुंच गए। उपद्रव में मारे गए नूर मोहम्मद उर्फ नूरा के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Dec 2019 08:50 PM (IST) Updated:Thu, 26 Dec 2019 08:50 PM (IST)
गुपचुप खालापार पहुंचे जयंत, नूरा के परिजनों से मिले
गुपचुप खालापार पहुंचे जयंत, नूरा के परिजनों से मिले

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पुलिस-प्रशासन को चकमा देकर गुरुवार सुबह खालापार पहुंच गए। हिसा में मारे गए नूर मोहम्मद उर्फ नूरा के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन सरकार की भाषा बोल रहा है।

बुधवार को जयंत चौधरी मृतक के परिजनों से मिलने के लिए जनपद में आए थे, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने खतौली में उन्हें रोक दिया था। तनावपूर्ण माहौल के चलते प्रशासन ने उन्हें शहर में आने की अनुमति नहीं दी थी, जिसके विरोध में रालोद कार्यकर्ताओं ने धरना देते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी। बाद में जयंत चौधरी दिल्ली लौट गए थे। हालांकि जाते वक्त उन्होंने गुरुवार को फिर आने की बात कही थी, जिसके चलते जनपद की सीमाओं समेत शहर में आने वाले मुख्य मार्गो पर पुलिस बल तैनात किया गया था। खालापार में पहले से ही फोर्स लगी हुई है। दिन निकलते ही जयंत चौधरी पूर्व राज्यसभा सदस्य शाहिद सिद्दीकी और निजी सचिव वीरपाल मलिक को साथ लेकर खालापार पहुंच गए। नूरा के घर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की। परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि बुरे वक्त में रालोद परिवार आपके साथ है। हर संभव मदद की जाएगी। जयंत ने कहा कि हिसा करने वालों की पुलिस पहचान करे और सुबूतों के आधार पर कार्रवाई करे। जयंत चौधरी के आने की भनक पुलिस के साथ ही रालोद के जनपद पदाधिकारियों को भी नहीं लगी। उनके मेरठ जाने के बाद पदाधिकारियों को इसकी जानकारी हुई।

chat bot
आपका साथी