आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का डीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन
मांगों को लेकर गुरुवार को सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका कलक्ट्रेट में पहुंची और प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गई। धरने पर सुदेश उषा लक्ष्मी सुनीता ममता मीना सुधा त्यागी संरक्षक अजब सिंह ने सरकार के प्रति रोष प्रकट किया। कहा कि सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को गुमराह कर रही है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। मांगों को लेकर गुरुवार को सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका कलक्ट्रेट में पहुंची और प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गई। धरने पर सुदेश, उषा, लक्ष्मी, सुनीता, ममता, मीना, सुधा त्यागी, संरक्षक अजब सिंह ने सरकार के प्रति रोष प्रकट किया। कहा कि सरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को गुमराह कर रही है। चुनाव के समय जो वादे किए थे, वह भी पूरे नहीं किए। जिलाध्यक्ष कृष्णा प्रजापति ने कहा कि समूह, डीलर व प्रधान आदि को आंगनबाड़ी से हटाया जाए। ये सरकार के काम में बाधा डाल रहे हैं। पूर्व की भांति आंगनबाड़ियों का समस्त पैसा केवल मातृ समिति के खाते में ही भेजा जाए।
दाखिल-खारिज के आदेश करने पर हंगामा
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जानसठ में तहसीलदार कोर्ट में दाखिल-खारिज के एक मामले में एतराज लगाने के बाद भी फाइल से एतराज गायब कर दाखिल-खारिज करने को लेकर वकीलों ने हंगामा किया। बीच-बचाव को आए तहसीलदार को भी बहस हुई। बाद में कानूनगो व एक प्राइवेट कर्मचारी के खिलाफ वकीलों ने कोतवाली में तहरीर दी है।
तहसील में गुरुवार शाम उस समय हंगामा हो गया जब वकीलों को पता चला कि एक वकील के एतराज लगाने के बाद भी तहसीलदार ने दाखिल-खारिज के आदेश कर दिए। गुस्साएं वकीलों ने रजिस्ट्रार कानूनगो के आफिस में पहुंचकर हंगामा किया। वकीलों का आरोप था कि फाइल से एक प्राइवेट कर्मचारी ने एतराज के कागज निकालकर आदेश पारित करा दिए। अधिवक्ता प्रद्युमन भेटवाल ने बताया कि पुमौड़ा गांव के जुबैन बनाम इस्तयाक में जमीन का दाखिल-खारिज का मामला चल रहा था। गांव के ही रईस पुत्र हाशिम ने उस पर ऐतराज उनके माध्यम से डलवाया था, लेकिन तहसील में तैनात एक प्राइवेट कर्मचारी व एक दलाल ने फाइल से एतराज निकाल कर उस पर तहसीलदार के आदेश करा दिए। तहसीलदार को इसका पता चला तो वह भी पहुंच गए। अधिवक्ता तहसीलदार से भिड़ गए। हंगामा करने वालों में ज्ञानचंद सैनी, योगेश भेटवाल, प्रदीप गर्ग, दीपेश गुप्ता, सोनी कुमार, मनोज सैनी व यशवंत कांबोज आदि अधिवक्ता मौजूद रहे। तहसीलदार अभयराज पांडे ने पूरे मामले से अनभिज्ञता जताई है।