कानों में ईयरफोन लगाकर आत्महत्या करने पहुंची श‍िक्षिका, ट्रेन नजदीक आई तो दौड़ पड़े लोग, जानिए आगे क्‍या हुआ

अमरोहा जिले के गजरौला में दिल्ली रेलवे लाइन पर एक अजीब नजारा देखने को मिला। एक शिक्षिका जान देने पहुंची थी लेकिन शुक्र था कि लोगों की नजर उस पर पड़ गई।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Mon, 14 Sep 2020 02:38 PM (IST) Updated:Mon, 14 Sep 2020 02:38 PM (IST)
कानों में ईयरफोन लगाकर आत्महत्या करने पहुंची श‍िक्षिका, ट्रेन नजदीक आई तो दौड़ पड़े लोग, जानिए आगे क्‍या हुआ
कानों में ईयरफोन लगाकर आत्महत्या करने पहुंची श‍िक्षिका, ट्रेन नजदीक आई तो दौड़ पड़े लोग, जानिए आगे क्‍या हुआ

अमरोहा, जेएनएन। गजरौला में दिल्ली रेलवे लाइन पर गधापुर रेलवे फाटक पर एक शिक्षिका ने ट्रेन के आगे आकर खुदकुशी का प्रयास किया। इस दौरान मौके पर जमा भीड़ ने शिक्षिका को बचा लिया। हालांकि ट्रेन से वह मामूली रूप से घायल हो गई। वहींं आत्महत्या करने की सूचना पर जीआरपी और थाना पुलिस भी पहुंंच गई।शिक्षिका ने यह आत्‍मघाती कदम क्‍यों उठाया पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। 

मामला सोमवार की पूर्वाह्न करीब 11 बजे का है। क्षेत्र के गांव अफजलपुर लूट के प्राथमिक विद्यालय में हापुड़ क्षेत्र निवासी एक शिक्षिका तैनात है। रोजाना की तरह वह अपने चालक के साथ कार से स्कूल जा रही थी। गधापुर रेलवे फाटक ट्रेन गुजरने की वजह से बंद था। इस दौरान वह कानों में ईयरफोन लगाकर आत्महत्या करने के इरादे से रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। जैसे-जैसे ट्रेन आगे बढ़ रही थी, वैसे-वैसे शिक्षिका भी आगे बढ़ रही थी। शुक्र था कि समय रहते लोगों ने उसका इरादा भांप लिया। इसके बाद वे शोर मचाते हुए आगे बढ़ने लगे। समय रहते उन्‍होंने शिक्षिका को बचा लिया। हालांकि ट्रेन की झपट लगने से शिक्षिका मामूली रूप से घायल हो गई। उधर आत्महत्या करने की सूचना पर थाना पुलिस व जीआरपी भी दौड़ गई। प्रभारी निरीक्षक आरती शर्मा व कस्बा इंचार्ज रजनीश कुमार फोर्स के साथ भानपुर रेलवे फाटक पर पहुंच गए और उन्होंने आसपास के लोगों से काफी पूछताछ की लेकिन, मामला गधापुर रेलवे फाटक का निकला। प्रभारी निरीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि शिक्षिका मानसिक रूप से बीमार है। वह इयरफोन लगाकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई थी। हालांकि भीड़ ने उसे बचा लिया है। 

मौत से कुछ सेकेंड की थी दूरी 

जब लोगों ने शिक्षिका ने बचाया उस वक्‍त वह ट्रेन के बेहद करीब थी। जरा सी भी देर होती तो जान चली जाती। ि‍शिक्षिका के सकुशल बचने के बाद वहां मौजूद लोगों के चेहरे पर भी संतोष का भााव था। 

chat bot
आपका साथी