कोरोना काल में भर्ती किया गया रेलवे का पैरा मेडिकल स्टाफ का कार्यकाल बढ़ा, अब सितंबर तक काम करते रहेंगे, जानिये कार्यकाल बढ़ाने की वजह

कोरोना का प्रकोप बढ़ने के साथ ही रेल प्रशासन भी सतर्क हो गया है। कोरोना का इलाज करने के लिए रखे गए पैरामेडिकल स्टाफ को तत्काल नहीं हटाया जाएगा। ऐसे पैरामेडिकल स्टाफ का कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ा दिया गया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 31 Mar 2021 05:05 PM (IST) Updated:Wed, 31 Mar 2021 05:05 PM (IST)
कोरोना काल में भर्ती किया गया रेलवे का पैरा मेडिकल स्टाफ का कार्यकाल बढ़ा, अब सितंबर तक काम करते रहेंगे, जानिये कार्यकाल बढ़ाने की वजह
कोरोना के मामले बढ़ने के बाद रेलवे बोर्ड ने जारी किया आदेश।

मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना का प्रकोप बढ़ने के साथ ही रेल प्रशासन भी सतर्क हो गया है। कोरोना का इलाज करने के लिए रखे गए पैरामेडिकल स्टाफ को तत्काल नहीं हटाया जाएगा। ऐसे पैरामेडिकल स्टाफ का कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ा दिया गया है।

कोरोना संक्रमण के बाद रेल प्रशासन ने जहां भी पैरामेडिकल स्टाफ की कमी थी, उन सभी स्थानों पर कोरोना का इलाज कराने के लिए अस्थायी तैर पर पैरामेडिकल स्टाफ 31 मार्च तक के लिए नियुक्त किए थे। इसके बाद इन पैरामेडिकल स्टाफ की सेवा समाप्त कर दिया जाना था। पिछले कुछ दिनों से कोरोना का संक्रमण बढ़ना शुरू हो गया है। कई राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ गई है। स्वास्थ्य निदेशालय लगातार दिशा निर्देश जारी कर रहा है। जरूरत पड़ने पर कोरोना अस्पताल की संख्या बढ़ाई जाएगी। रेलवे अस्पताल में भी कोरोना अस्पताल खोला जा सकता है। रेलवे बोर्ड के निदेशक (एन) एमएम राय ने मंगलवार को पत्र जारी किया है। जिसमें कहा है कि कोविड-19 के नई गाइड लाइन के बाद कोरोना का इलाज करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ की सेवा 31 मार्च से बढ़ाकर 30 सितंबर तक कर दी गई है। आवश्यकता पड़ने पर स्वास्थ्य निदेशालय के निर्देश पर काम किया जाएगा। सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश सिंह बताया कि बोर्ड के आदेश पर रेलवे से स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई करेगा।

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