नाम का स्‍पीड पोस्‍ट, चाल कछुआ से भी कम, 20 दिन में तय हो रहा छह सौ किमी का सफर

बीस दिन में वाराणसी पहुंची स्पीड पोस्ट। 10 दिन लखनऊ आरएमएस में पड़ी रहती है डाक सामग्री। संबंधित डाक घर में पहुंचने के बाद भी डाक सामग्री कई दिनों तक पड़ी रहती है। इसके पीछे की वजह स्टाफ कम होना और डाक सामग्री अधिक होना बताया जा रहा है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 09:25 AM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 09:25 AM (IST)
नाम का स्‍पीड पोस्‍ट, चाल कछुआ से भी कम, 20 दिन में तय हो रहा छह सौ किमी का सफर
मुरादाबाद से ही प्रत्येक दिन दो हजार से अधिक पार्सल व स्पीड पोस्ट विभिन्न जगहों में भेजी जाती है।

मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। कछुआ से भी धीमी गति से स्पीड पोस्ट चल रही है। छह सौ किलोमीटर तक का सफर करने में 20 दिन का समय लग जा रहा है। इससे स्पीड पोस्ट भेजने वाले परेशान हो रहे हैं। कोरोना के कारण कर्मियों की संख्या कम होने और ट्रेन कम चलनने से यह समस्‍या आ रही है।

लॉकडाउन के दौरान जब ट्रेन और हवाई जहाज नहीं चलती थी, उस दौरान डाक विभाग ने लोगों तक कम समय में जीवन रक्षक दवाएं, रोगियों के इलाज के लिए वेंटीलेटर पहुंचाने का काम किया था। अनलॉक होने के बाद ट्रेन व हवाई जहाज चलनी शुरू हो गईं हैं। इसके बावजूद डाक पहुंचने में लगातार देरी हो रही है। वर्तमान में लोगों द्वारा कोरियर की बजाय पार्सल या स्पीड पोस्ट से सामान भेजना शुरू कर दिया गया है। इससे डाक सामग्री काफी बढ़ गई है। मुरादाबाद से ही प्रत्येक दिन दो हजार से अधिक पार्सल व स्पीड पोस्ट देश के विभिन्न जगहों में भेजी जाती है। लखनऊ व दिल्ली पहुंचने के बाद डाक सामग्री दस दिन तक वही पड़ी रहती है। उसके बाद प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में डाक सामग्री भेजी जाती है। उदाहरण के लिए सात सितंबर को शाम 5.04 बजे मुरादाबाद आरएमएस से एक स्पीड पोस्ट भविष्य निधि भवन अशोक विहार पहड़िया वाराणसी के लिए भेजी गई। आरएमएस मुरादाबाद ने आठ सितंबर तड़के 3.55 बजे स्पीड पोस्ट लखनऊ भेज दी। लखनऊ आरएमएस में 18 सितंबर को वाराणसी के लिए स्पीड पोस्ट रवाना की गई। यह वाराणसी स्टेशन पर शाम 5.56 बजे पहुंचा। 19 सितंबर को वाराणसी के सारनाथ डाकघर में सुबह 9.36 बजे डाक पहुंच गई। यहां पांच दिन तक स्पीड पोस्ट पड़ा रहा। सारनाथ डाकघर ने 23 सितंबर को शाम 4.38 बजे इसे ब्रांच डाक घर तपोवन आश्रम भेजा। डाकिया ने 24 सितंबर (गुरुवार) दोपहर में संबंधित व्यक्ति के पास स्पीड पोस्ट पहुंची।

प्रवर डाक अधीक्षक चंदपाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण डाक विभाग के काफी कर्मचारी नहीं आ रहे हैं। इस बीच डाक सामग्री काफी बढ़ गई है। ट्रेन में जगह नहीं होने से डाक सामग्री भेजने में परेशानी होती है। उपभोक्ता द्वारा पार्सल-स्पीड पोस्ट नहीं पहुंचने की शिकायत मिलने पर संबंधित डाकघर को सूचना भेज देते हैं।

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