रामपुर में भी आयुष्मान योजना में अपात्रों के नाम, जारी नहीं किए गोल्डन कार्ड Rampur News

आठ प्राइवेट और सात सरकारी अस्पताल हैं। २५१३ लाभार्थियों को इस योजना में मुफ्त इलाज मिल चुका है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 05 Jan 2020 09:05 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jan 2020 09:05 AM (IST)
रामपुर में भी आयुष्मान योजना में अपात्रों के नाम, जारी नहीं किए गोल्डन कार्ड Rampur News
रामपुर में भी आयुष्मान योजना में अपात्रों के नाम, जारी नहीं किए गोल्डन कार्ड Rampur News

रामपुर,जेएनएन। आयुष्मान योजना के तहत जिले के लाभार्थियों की सूची में कई अपात्रों के नाम भी शामिल हैं। अभी तक ऐसे चार नाम सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अपात्रों के नाम निकालने के कोई प्रयास नहीं किए हैं, लेकिन इनके गोल्डन कार्ड भी जारी नहीं किए हैं। गरीबों के लिए बनी योजना की इस सूची में करीब तीन माह पहले करोड़पतियों के नाम होने की जानकारी प्रशासन को मिली थी। तब जिलाधिकारी ने सीएमओ को इसकी जांच कर अपात्रों के नाम निकालने के निर्देश दिए थे। जांच इनमें मैंथा उधमी सुभाष नंदा, भाजपा नेता आकाश सक्सेना और रमा ङ्क्षसघल नर्सिंग होम संचालिका डॉ. नीलम ङ्क्षसघल के नाम सूची में शामिल थे। इनके अलावा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके ङ्क्षसह का भी नाम सूची में था। हालांकि अभी तक इन अपात्रों के नाम सूची से निकाले नहीं जा सके हैं। आयुष्मान योजना के जिला नोडल प्रभारी एसीएमओ डॉ. आफताब इकबाल बेग ने बताया कि लाभार्थियों की सूची शासन से जारी हुई है, जो वर्ष २०११ की जनगणना पर आधारित है। जिला स्तर से कोई भी नाम सूची में न तो जोड़ा जा सकता है और न ही हटाया जा सकता है। अपात्रों द्वारा योजना का लाभ लेने के संबंध में जब तक कोई शिकायत नहीं आती, तब तक नाम निकालने की प्रकिया शुरू नहीं कर सकते। शिकायत मिलने पर स्टेट हेल्थ एजेंसी को लिखा जाता है। एजेंसी ही उन नामों को हटा सकती है। हमारे यहां अभी तक जो भी अपात्र संज्ञान में आए हैं, उनमें किसी के भी गोल्डन कार्ड जारी नहीं हुए हैं। गोल्डन कार्ड जारी होने पर ही योजना का लाभ मिलता है। यदि कोई पात्र भी है और उसका कार्ड नहीं बना है तो वह योजना का लाभ नहीं ले सकता है। गौरतलब है कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत जिले में लाभार्थियों की संख्या ११०४२० है। इन्हें योजना का लाभ देने के लिए स्वास्थ्य विभाग गोल्डन कार्ड जारी कर रहा है। अभी तक ८००३३ गोल्डन कार्ड जारी हो सके हैं। जिलेके १५ अस्पताल में इस योजना के लाभार्थियों के इलाज की सुविघा है, जिसमें आठ प्राइवेट और सात सरकारी अस्पताल हैं। २५१३ लाभार्थियों को इस योजना में मुफ्त इलाज मिल चुका है। 

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