नन्हा हत्याकांड में 15 दिन से जेल में बेकसूर खलील, अब जीजा संग पत्नी गिरफ्तार
रामपुर की गंज पुलिस ने जिस नन्हा हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए मृतक की पत्नी और जीजा को गिरफ्तार किया है। उसी हत्याकांड में 15 दिन पहले पुलिस ने एक बेकसूर को जेल भेज दिया था!
मुरादाबाद, जेएनएन। रामपुर जिले की गंज पुलिस ने जिस नन्हा हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए मृतक की पत्नी और जीजा को गिरफ्तार किया है। उसी हत्याकांड में 15 दिन पहले पुलिस ने एक बेकसूर को जेल भेज दिया था। दरअसल, 18 अप्रैल को नन्हा की उसके ही घर में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी, तब परिजनों ने हत्या का आरोप दूसरे लोगों पर लगाया था। परिजनों का कहना था कि मृतक का मौसेरा भाई रिजवान 13 अप्रैल को ताशका गांव निवासी फरीद की बेटी को भगा ले गया था। फरीद का साला बब्बू भी उसी मुहल्ले में रहता है। बब्बू को शक था कि नन्हा ने लड़की भगाने में अपने भाई की मदद की है और उसे दोनों के कहीं छुपे होने की जानकारी है। बब्बू और उसके बेटे उसे धमकी देते थे कि लड़की नहीं मिली तो तुझे जान से मार देंगे। इसे लेकर उनका विवाद भी हुआ था। इसके कुछ दिन बाद ही नन्हा की हत्या हो गई। इसके कारण परिजनों का शक बब्बू और उसके परिवार पर था। मृतक के भाई नाजिम की तहरीर पर पुलिस ने बब्बू, उसके बेटे नूर आलम, अब्दुल और दोस्त खलील के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने अगले ही दिन खलील को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था। वह तब से जेल में उस जुर्म के लिए बंद है, जो उसने किया ही नहीं था। पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना ने बताया कि खलील की घटना में संलिप्तता नहीं पाई गई है। उसकी रिहाई के लिए अदालत में रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है। मुकदमे में बाकी अन्य नामजदों के नाम भी निकालकर असली मुलजिमों को नामजद किया जाएगा।
रास्ते से हटाने के लिए जीजा ने रचा षड्यंत्र, हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद
पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना ने बताया कि मृतक मासूम अली उर्फ नन्ना की हत्या में उनकी पत्नी औरमुहल्ले में ही रहने वाले वसीम पुत्र यासीन को गिरफ्तार किया। वसीम में पूछताछ में बताया कि रिश्ते की भनक होने पर मासूम अपनी पत्नी बब्बो को उत्पीडऩ करने लगा था। उसने ही मोबाइल फोन खरीद कर दिया था। फोन से हम दोनों की बातचीत फिर होने लगी। शादी विवाह में खाना बनाने का दोनों काम करते थे। इस दौरान मौका देखकर बब्बो से मिलने चला जाता था। घटना से करीब एक सप्ताह पहले साला काम पर गया हुआ था, तब उसकी पत्नी ने मुझे फोन करके घर बुला लिया। वापस आ रहा था तो उसी समय साला आ गया। इसके बाद साले ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की थी। बब्बो पति की पिटाई से बहुत गुस्से में थी। उसने पति को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। हमने योजना बनाकर उसकी हत्या कर दी।
टीम को पांच हजार का इनाम
पुलिस अधीक्षक ने नन्हा हत्याकांड का पर्दाफाश करने वाली टीम को पांच हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। टीम में गंज कोतवाल नरेंद्र त्यागी, इंस्पेक्टर मुस्तकीम अली, दारोगा रईस अहमद, कांस्टेबिल रोहित कुमार, कपिल कुमार और रङ्क्षवद्र कुमार शामिल थे।
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