पर्वतारोही रवि कुमार को मरणोपरांत मिला तेनजिंग नॉरगे नेशनल एडवेंचर अवार्ड

मुरादाबाद के पर्वतारोही रवि कुमार ने मई २०१७ में एवरेस्ट पर तिरंगा लहराया था। वापसी में पहाड़ से गिरने के कारण मौत हो गई थी। उन्हें मरणोपरांत तेनजिंग नोरगे पुरस्कार से नवाजा गया है।

By RashidEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 01:03 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 01:03 PM (IST)
पर्वतारोही रवि कुमार को मरणोपरांत मिला तेनजिंग नॉरगे नेशनल एडवेंचर अवार्ड
पर्वतारोही रवि कुमार को मरणोपरांत मिला तेनजिंग नॉरगे नेशनल एडवेंचर अवार्ड

मुरादाबाद। भोला सिंह मिलक निवासी अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही रवि कुमार को मरणोपरान्त भारत के सर्वश्रेष्ठ साहसिक तेनजिंग नोरगे पुरस्कार से नवाजा गया है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुए कार्यक्रम में उनके पिता हरकेश सिंह ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। उत्तर प्रदेश से यह पुरस्कार पाने वाले वह दूसरे व्यक्ति हैं। बड़े भाई गौरव कुमार ने बताया कि रवि उत्तर प्रदेश के ऐसे पहले पर्वतारोही थे जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप की 10 पर्वत चोटियों पर भारतीय तिरंगा फहराया था। इसके आलावा उन्होंने यूरोप, अफ्रीका, एशिया की पर्वत शिखाओं पर भी जीत हासिल की। माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के बाद वापस लौटते समय एक हादसे में बीते वर्ष मई में उनकी मृत्यु हो गई।

परिवार में खुशी का माहौल

रवि की मौत से दुखी परिवार में तेनजिंग नोरगे पुरस्कार मिलने के बाद खुशी का माहौल है। घर में दीपावली और होली जैसी खुशी व उल्लास दिखाई देने लगा है। रिश्तेदार और परिचित मिठाई लेकर बधाई देने आ रहे हैं।पिता हरकेश ने कहा कि बेटे ने मौत के बाद भी गर्व से सीना चौड़ा कर दिया। बहनें और भाभी भी खुशी के रंग में रंगी दिखाई दे रही हैं। 

उठ रही थी मांग 

22 मई 2017 को माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा फतेह करने के बाद वापस लौटने के समय खराब मौसम के कारण पर्वतारोही रवि की जान चली गई थी। तभी से रवि कुमार को तेनजिंग नॉरगे नेशनल एडवेंचर अवार्ड दिए जाने की मांग उठ रही थी। इसको लेकर अप्रैल में युवा कल्याण विभाग की ओर से प्रदेश सरकार को पत्र भेजा गया था। प्रदेश सरकार से सहमति मिलने के बाद केन्द्र सरकार ने इस पर हामी भरी।

 यादों को संजोने के लिए घर पर बना संग्रहालय

रवि की हर याद को संजोए रखने के लिए रवि के बड़े भाई मनोज कुमार ने घर पर संग्रहालय बनाया है। घर के एक कमरे में रवि से जुड़ी हर यादें संजोई है। हर वक्त रवि की यादों पर रोशनी चमकती रहेए इसके लिए भी खास इंतजाम है। सम्मान की घोषणा पर मनोज कुमार ने नम आंखों से प्रदेश और केन्द्र सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि भाई की कमी हमेशा खलेगीए भारत सरकार की ओर से दिया जा रहे सम्मान के हम सभी हमेशा ऋणी रहेंगे।

जानिये रवि कुमार के बारे में

सामान्य परिवार में जन्म लेने वाले रवि ने दुनिया की तमाम चोटियों पर तिरंगा फहराया था। मई २०१७ में 

पर्वतारोही रवि कुमार एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के गए थे। एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने के बाद रवि ने फोटो शेयर कर दिए थे। दुर्भाग्य से वह वापसी में पहाड़ से गिर गए थे जिसमें उनकी जान चली गई। 

सरकार ने की थी आर्थिक मदद

केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नेपाल स्थित इंडियन एम्बेसी में फोन से बात करके सर्च आपरेशन चलाने का आग्रह किया था जिसका खर्च भी सरकार ने वहन किया था। आपरेशन में पंद्रह शेरपा की टीम जुटी थी जिसने रवि के शव को खोज निकाला था।

जानिये तेनजिंग नॉरगे का जीवन

हिमालय की सबसे ऊंची चोटी (८८४८ मीटर) माउंट एवरेस्ट को फ तह करने वाले पहले भारतीय बने थे तेनजिंग नॉरगे। उन्होंने न्यूजीलैंड की प्रसिद्ध पर्वतारोही एडमंड हि लेरी के साथ २९ मार्च १९५३ को एवरेस्ट फतह किया था। वह मई १९१४ को पैदा हुए और ९ मई १९८६ को दुनिया से विदा हो गए।  

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