मुरादाबाद में बोले मंत्री जेपीएस राठौर, सपा-बसपा सरकार में लूटी गईं जिला सहकारी बैंकें, भाजपा ने सुधारे हालात

मुरादाबाद जिला सहकारी बैंक की 97वीं सामान्य निकाय की बैठक। कहा गुजरात तेलंगाना समेत कई प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में अच्छे काम हो रहे हैं। घाटे में चल रही सभी बैंकों के खातेदारों का रुपया वापस दिया जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 26 Mar 2023 03:55 PM (IST) Updated:Sun, 26 Mar 2023 03:55 PM (IST)
मुरादाबाद में बोले मंत्री जेपीएस राठौर, सपा-बसपा सरकार में लूटी गईं जिला सहकारी बैंकें, भाजपा ने सुधारे हालात
सपा-बसपा सरकार में लूटी गईं जिला सहकारी बैंकें: जेपीएस राठौर

मुरादाबाद, जागरण टीम। प्रदेश सरकार के सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने कहा कि सपा और बसपा की सरकारों में नेताओं और अधिकारियों ने जिला सहकारी बैंकों को लूटने का काम किया। ऐसे लोगों को जबरन ऋण दिला दिया, जिन्हें वापस ही नहीं करना था। इसके चलते बैंकों का एनपीए बढ़ता गया। प्रदेश की सोलह जिला सहकारी बैंक घाटे में चली गईं। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार नहीं आती तो प्रदेश की सभी जिला सहकारी बैंकें डूब जातीं। हमने बैंकों की आर्थिक स्थिति में सुधार के काम किया है।

मुरादाबाद की 97वीं सामान्य निकाय की बैठक में पहुंचे मंत्री

रविवार काे वह पंचायत सभागार में जिला सहकारी बैंक, मुरादाबाद की 97वीं सामान्य निकाय की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में जिला सहकारी बैंकों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। सहकारिता आंदोलन 1904 में शुरू हुआ था। फसलों से लिए कर्ज लेकर किसान साहूकारों से चंगुल में फंस जाता था। उस समय ऋण लेने की कोई व्यवस्था नहीं थी। मजबूरी में किसान को साहूकार से ही कर्ज लेना पड़ता था। तमाम ऐसे किसान थे, जो समय से कर्ज उतार ही नहीं पाते थे। साहूकारों से किसानों को मुक्ति दिलाने के लिए सहकारी बैंक सामने आए।

पिछली सरकारों ने बैंक लूटने का काम किया

अन्य बैंकों का राष्ट्रीयकरण 1970 में हुआ। इससे पहले से ही जिला सहकारी बैंक और उत्तर प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक काम करने लगे थे लेकिन, पिछली सरकारों ने इन बैंकों को लूटने का काम किया। इससे बैंक घाटे में चले गए थे। केंद्र में जब से हमारे नेता अमित शाह ने सहकारिता मंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। इस क्षेत्र में नए-नए प्रयोग किए हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तो 50 जिला सहकारी बैंकों में 16 घाटे में चले रहे थे। आरबीआइ ने उनके लाइसेंस जब्त कर लिए थे। हमने फिर से नवीन लाइसेंस प्राप्त किए है।

बैंक में धनराशि सुरक्षित

हरदोई में एक खातेदार लगातार जिला सहकारी बैंक से दाे लाख रुपये लेने की मांग कर रहा था। मेरे पास भी आया। मैंने कहा बैंक में रुपया मिल रहा है, वहां जाकर ले लें लेकिन, जब उसे पता लगा कि रुपया वापस मिलने लगा तो उसने लेने से मना कर दिया। उसे यह भरोसा हो गया कि बैंक में उसकी धनराशि सुरक्षित है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष विजयभान सिंह ने की। इस मौकैे पर जिला पंचायत अध्यक्ष डा. शैफाली सिंह, संभल की जिला पंचायत अध्यक्ष अनामिका यादव, विधान परिषद सदस्य गोपाल अंजान, भाजपा जिलाध्यक्ष राजपाल चौहान, महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र नाथ मिश्रा आदि मौजूद रहे।

मुरादाबाद की जिला सहकारी बैंक देश के लिए नजीर बनी

सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि मुरादाबाद के जिला सहकारी बैंक से जुड़े अधिकारियों को प्रबंध समिति को बधाई देना चाहता हूं। यह बैंक भी घाटे में जा रही थी लेकिन, अब 17 करोड़ का लाभ हुआ है। मुरादाबाद की जिला सहकारी बैंक ने उत्तर प्रदेश ही नहीं कई कई प्रदेशों में सबसे अधिक लाभ कमाया है। यहां का उदाहरण दूसरे प्रदेशों में दिया जा रहा है। बैंक में ड्रेस कोड लागू है। पहचान पत्र स्टाफ के लोग गर्दन में डालकर आते हैं। अनुशासन और ‌वित्तीय अनुशासन के कारण ही यह सब संभव हो सका है। यही व्यवस्था हम दूसरे बैंकों में भी लागू करने के लिए जा रहे हैं।

बैंक को घाटे से उबारने का काम किया

सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक को भी हमने घाटे से उबारने का काम किया है। कर्मचारियों के लिए मोबाइल से ट्रैकिंग के लिए एप बना लिया है। इससे उनके पूरे दिन की गतिविधि पता चल जाती है। ओटीएस योजना बंद करने से नए खातेदारों की वसूली में सुधार हो रहा है। इस साल किसानों को फसली ऋण देने के लिए 1200 करोड़ की व्यवस्था की थी लेकिन, अभी तक 400 करोड़ भी बैंकें नहीं बांट सकी हैं। अधिक से अधिक किसानों को बैंकें ऋण देने का काम करें। 

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