आपात स्थिति में न हो परेशानी,अब अस्पतालों को रखनी होगी 55 तरह की दवाइयां Moradabad News
जिले के अस्पतालों को ड्रग कंट्रोल आफ इंडिया ने जारी किया पत्र। तीन माह तक का स्टॉक रखना पड़ेगा। प्रशासन और पुलिस का पूरा जोर कोरोना वायरस के खात्मे पर है।
मुरादाबाद,जेएनएन। कोरोना के इलाज के लिए सभी अस्पतालों को 55 प्रकार की दवाइयां रखना अनिवार्य कर दिया गया है। ताकि आपात स्थिति में रोगियों का इलाज किया जा सके। इस संबंध में ड्रग कंट्रोल आफ इंडिया ने पत्र जारी किया है।
कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश भर के जिला अस्पताल, सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कालेज, प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना रोगियों के इलाज के लिए शासन ने अधिग्रहण कर लिया है। मुरादाबाद में भी जिला अस्पताल के अलावा टीएमयू मेडिकल कालेज, साई, कासमास, सिद्ध प्राइवेट अस्पताल को कोरोना रोगियों के लिए प्रशासन अधिग्रहण किया है। यहां कोरोना के रोगियों को आपात स्थिति में भर्ती कर इलाज कराया जाएगा। सरकारी अस्पताल में शीघ्र वेंटीलेटर व आइयूसी की व्यवस्था किया जाना है। जबकि प्राइवेट मेडिकल कालेज व अस्पतालों में इसकी व्यवस्था है। गंभीर कोरोना के रोगियों का इलाज रोग के लक्षण के आधार पर किया जाता है।
16 अप्रैल को जारी किया पत्र
ड्रग कंट्रोल आफ इंडिया डा. वीजी सोमानी ने 16 अप्रैल को पत्र जारी किया है। इसमें कोरोना से पीडि़त रोगियों के इलाज में प्रयोग की जाने वाली 55 प्रकार की दवाओं की सूची दी गई है। सभी अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया है कि सभी दवाइयां मांग कर अपने स्टॉक में रखे। जिला मुख्यालय पर तैनात सभी ड्रग इंस्पेक्टर को आदेश दिए गए हैं कि सूची में शामिल दवाओं को अस्पताल को उपलब्ध करवाएं। अस्पताल के स्टॉक में तीन माह तक आवश्यक रूप से रखने का आदेश दिया है।
ड्रग इंस्पेक्टर नरेश मोहन दीपक ने बताया कि सीएमओ के माध्यम से कोरोना रोगियों के इलाज के लिए नामित अस्पताल प्रशासन को पत्र उपलब्ध कराया जा रहा है। रोगियों के इलाज के लिए निर्धारित मात्रा में सभी प्रकार की दवाइयां मंगाने को कहा है।