मुंह मांगे दाम पर बेच रहा था नशे की गोलियां, दवा कारोबारी गिरफ्तारMoradabad News

बिना चिकित्सकीय परामर्श नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले युवक को एनडीपीस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 08:30 AM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 08:30 AM (IST)
मुंह मांगे दाम पर बेच रहा था नशे की गोलियां, दवा कारोबारी गिरफ्तारMoradabad News
मुंह मांगे दाम पर बेच रहा था नशे की गोलियां, दवा कारोबारी गिरफ्तारMoradabad News

मुरादाबाद, जेएनएन। पुलिस ने दवा के एक ऐसे कारोबारी को गिरफ्तार किया, जो शहर में नशे की गोलियां मुंह मांगे दाम पर बेच रहा था। बिना चिकित्सकीय परामर्श नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले युवक को एनडीपीस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।

एएसपी/क्षेत्राधिकारी दीपक भूकर ने बताया कि सोमवार रात हरथला में किला तिराहे पर वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। तभी पुलिस की नजर एक संदिग्ध युवक पर गई। उसके पास बैग था। तलाशी में उसमें अवैध मादक औषधि व नशे की गोलियां मिलीं। इस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दवाओं की कीमत करीब तीन लाख रुपये है। युवक की पहचान रामचंद्र सिंह निवासी सीएल गुप्ता चौराहा निकट गंगा मंदिर हरथला के रूप में हुई। सूचना ड्रग इंस्पेक्टर नरेश दीपक मोहन को दी गई। उन्होंने भी दवाओं की खेप अवैध बताई। इसके बाद आरोपित के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया।

34,560 गोली और कैप्सूल मिले

-हिमगिरी कालोनी चौराहे पर यश मेडिकल स्टोर चलाने वाले रामचंद्र सिंह के कब्जे से पुलिस को नशे की 34,560 गोली व कैप्सूल मिले हैं। विभिन्न कंपनियों की बरामद दवाएं गंभीर बीमारी में मरीज को दी जाती हैं। दवाओं का कुल वजन 14.4 किग्रा है।

पांच रुपये में बिकती है दो रुपये की गोली

पूछताछ में रामचंद्र ने बताया कि नशे की जो गोली महज दो रुपये की है, उसे वह फुटकर में पांच रुपये में बेचता था। नशेड़ी एक गोली की कीमत आसानी से पांच रुपये देते हैं। रामचंद्र सिंह महज 12वीं पास है। दवा की दुकान चलाने का पांच वर्ष का अनुभव उसके पास था। इसी आधार पर तीन वर्ष पहले उसने हिमगिरी चौराहे पर दवा की अपनी दुकान खोली। नौ माह पहले उसने नशीली दवाओं का काला कारोबार शुरू किया।

ऐसे हुआ काले कारोबार का पर्दाफाश

हिमगिरी कालोनी में नशे की गोलियों का कारोबार होने की सूचनाएं मुखबिर की मदद से पुलिस को लगातार मिल रही थीं। सूचनाओं की पुष्टि के लिए पुलिस ने मुखबिर को दवा खरीदने मेडिकल स्टोर पर भेजा। दुकानदार ने नशीली दवा जिस जगह से उठाई, उसे मुखबिर ने चिह्नित कर लिया। इसके बाद दवा कारोबारी के खेल का पर्दाफाश हो गया। 

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