Cleanliness Survey 2021 : मुरादाबाद में स्वच्छता सर्वेक्षण का शोर, शहर में हर तरफ कूड़े के ढेर
स्वच्छता सर्वेक्षण के पीक सीजन में खाली प्लाट सड़क किनारे पड़ा कूड़ा खुद सफाई की फीडबैक दे रहा है। सप्ताह भर में कभी भी दिल्ली की टीम स्वच्छता का हाल जानने आ सकती है। अबकी बार स्वच्छता सर्वेक्षण में कूड़ेदान हटाकर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू कर दिया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। स्वच्छता सर्वेक्षण के पीक सीजन में खाली प्लाट, सड़क किनारे पड़ा कूड़ा खुद सफाई की फीडबैक दे रहा है। सप्ताह भर में कभी भी दिल्ली की टीम स्वच्छता का हाल जानने आ सकती है। वह अगर कालोनी व मुहल्लों के भीतर घुसी तो जनता से फीडबैक लेने की बजाए कूड़ा खुद अपनी हकीकत बयां कर देगा।
मुख्य मार्गों पर गमले रखे जा रहे हैं, ग्रीन बेल्ट में पेड़ों की छंटाई, डिवाइडर पर गमले, रंगाई-पुताई और फुटपाथ से घास छीलने से लेकर धूल सब हटाई जा रही है लेकिन, अच्छी रैंकिंग के नाम पर हटाए गए कूड़ेदानों से खाली प्लाट व सड़कों पर कूड़ा डालने को लोग मजबूर हैं। तर्क दिया जा रहा है कि अबकी बार स्वच्छता सर्वेक्षण में कूड़ेदान हटाकर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू कर दिया है। इससे घरों का कूड़ा कूड़ेदान की बजाय सीधे एमआरएफ सेंटर पर जा सके लेकिन, यह अभी नगर निगम प्रशासन की जुबान से अच्छा लगता है, हकीकत इससे परे है। जुर्माना वसूला जा रहा है लेकिन, निगम अपनी लापरवाही पर ध्यान नहीं दे रहा है।
कूड़ा हटाने वाली कंपनियों के प्रभारी अलग-अलग नियुक्त किए गए हैं। फिर भी कूड़ा नहीं उठ रहा है। इस संबंध में क्षेत्र के प्रभारी से जवाब तलब किया जाएगा।
डॉ.रणवीर सिंह, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी