Amroha Panchayat Chunav Result 2021 : जिला पंचायत की सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष के आसार, आज दोपहर तक स्पष्ट हो सकती है स्थिति
सियासी नजरिये से रविवार का दिन काफी अहम रहा। एक ओर जहां पूरा देश चार राज्यों के चुनावी परिणाम जानने को टीवी पर नजरें गड़ाए था वहीं जिले में पंचायत चुनाव के परिणाम जानने को भी लोगों में बराबर व्याकुलता बनी रही।
मुरादाबाद [अनिल अवस्थी]। सियासी नजरिये से रविवार का दिन काफी अहम रहा। एक ओर जहां पूरा देश चार राज्यों के चुनावी परिणाम जानने को टीवी पर नजरें गड़ाए था वहीं जिले में पंचायत चुनाव के परिणाम जानने को भी लोगों में बराबर व्याकुलता बनी रही। ग्राम प्रधान व बीडीसी के कई परिणाम रात तक आते गए मगर जिला पंचायत को लेकर 25 फीसद के आसपास ही मतगणना हो सकी। शुरुआती रुझान सपा, बसपा व भाजपा के इर्दगिर्द सिमटा रहा।
कोरोना के खौफ के बीच रविवार सुबह लगभग नौ बजे से मतगणना स्थलों पर वोटों की गिनती शुरू हो गई। चार-चार बैलेट पेपर को छांटने व गिनती करने में कर्मचारी पसीना बहाते रहे। शाम तक ग्राम प्रधान व बीडीसी के कई नतीजे सामने आ गए। वहीं सबसे अहम जिला पंचायत की सीट पर मुकाबला जानने को लोग आतुर बने रहे। हालांकि देर रात तक 30 फीसद के आसपास ही वोटों की गिनती हो सकी थी। शुरुआती रुझान की बात करें तो पिछले चुनाव जैसे हालात नजर आए। जिले के प्रमुख राजनीतिक घरानों से जुड़े छह प्रत्याशी इस बार चुनावी मैदान में हैं। देर शाम तक के नतीजों पर गौर करें तो वार्ड-3 पर सपा समर्थित प्रत्याशी सदर विधायक महबूब अली की पत्नी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सकीना बेगम की जीत लगभग निश्चित मानी जा रही है। वह प्रतिद्वंदी से बढ़त बनाए हुए थीं। वहीं वार्ड-6 में सदर विधायक के भतीजे सपा समर्थित प्रत्याशी नवाजिश अली भी प्रतिद्वंदी से आगे चल रहे थे। वार्ड-16 में पूर्व सांसद कंवर सिंह तंवर के बेटे व भाजपा समर्थित प्रत्याशी ललित तंवर आगे चल रहे थे। इसी क्रम में वार्ड-14 पर भी सभी की निगाहें टिकी हैं। क्योंकि इस वार्ड पर सपा समर्थित पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू चौधरी, बसपा के शूरवीर सिंह, भाजपा के विजयवीर सिंह व निर्दलीय नवेंद्र गुड्डू चुनावी मैदान में हैं। देर रात तक शूरवीर सिंह व नवेंद्र गुड्डू में कड़ा मुकाबला बना हुआ था। यहां सपा समर्थित रेनू चौधरी तीसरे स्थान पर बनीं थीं। निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता चौधरी के पति भूपेंद्र चौधरी व सोरन सिंह के बीच वार्ड-10 में कड़ा मुकाबला बना था। जबकि जिले के अन्य वार्ड में भी सपा, बसपा व भाजपा के समर्थित प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर बनी हुई है। हालांकि सोमवार दोपहर तक स्थिति स्पष्ट होगी। परंतु इस चुनाव में सभी प्रमुख दलों के जिलाध्यक्षों की परीक्षा भी है। उनकी साख भी दांव पर लगी है।