सीएए बवाल के एक साल पूरा होने पर मुरादाबाद मंडल में अलर्ट, धार्मिक स्थलों की बढ़ाई गई सुरक्षा

सीओ ने बताया कि एहतियात के तौर पर नगर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। सब कुछ सामान्य है। वहीं दूसरी ओर सम्भल में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था दिखाई दी। प्रमुख चौराहों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध दिखाई दिए।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 20 Dec 2020 05:45 PM (IST) Updated:Sun, 20 Dec 2020 05:45 PM (IST)
सीएए बवाल के एक साल पूरा होने पर मुरादाबाद मंडल में अलर्ट, धार्मिक स्थलों की बढ़ाई गई सुरक्षा
धार्मिक स्थलों के बाहर भी पुलिस और पीएसी तैनात रही।

मुरादाबाद, जेएनएन। सीएए को लेकर हुए बवाल के एक साल पूरे होने पर मुरादाबाद मंडल में सुरक्षा व्‍यवस्‍था चौकस रही। धार्मिक स्थलों के बाहर भी पुलिस और पीएसी तैनात रही। 

काबिलेगौर है कि सीएए के विरोध में बीते साल 20 दिसंबर को अमरोहा के नगर कोतवाली क्षेत्र में कुछ लोगों ने उपद्रव किया था। उपद्रव इतना बढ़ गया था कि शरारती तत्वों ने दुकानों में तोड़फोड़ व लूटपाट की थी। कोट चौराहा पर वाहनों में आग लगा दी थी। इतना ही नहीं यहां डीएम उमेश मिश्र व तत्कालीन एसपी डॉ विपिन ताडा पर भी पथराव किया था। जमकर पथराव व गोलीबारी की गई थी। तत्कालीन कोट चौकी प्रभारी अम्बरीश बाबू समेत दर्जनभर पुलिस कर्मी घायल हुए थे। यह बवाल दो दिन तक शहर में चलता रहा था। अगले दिन जामा मस्जिद के सामने एलआइयू इंस्पेक्टर संजय चौधरी की बाइक भी फूंक दी गई थी। इस मामले में 55 लोगों को नामजद किया गया था। साथ ही 1500 अज्ञात पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था। आज इस घटना को पूरा एक साल हो गया। लिहाजा सुबह से ही शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। पीएसी व स्थानीय पुलिस को प्रत्येक चौराहे पर तैनात कर दिया गया। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी। एएसपी अजय प्रताप सिंह, सीओ विजय कुमार राना तथा प्रभारी निरीक्षक रविंद्र सिंह भी नगर में गश्त करते रहे। सीओ ने बताया कि एहतियात के तौर पर नगर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। सब कुछ सामान्य है। वहीं दूसरी ओर सम्भल में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था दिखाई दी। प्रमुख चौराहों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध दिखाई दिए। वहीं एडीजी जोन अविनाश चंद्र ने नगर में पैदल गस्त की। जहां सड़क पर व्यापारियों व आमजन से बातचीत कर समस्याओं के बारे में जानकारी ली, इसके बाद एडीजी जोन ने नगर के प्रमुख गणमान्य लोगों से कोतवाली में बैठक कर शांति व्यवस्था में सहयोग मांगा।

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