शिलान्यास का पत्थर तक उखाड़ फेंका

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : हर साल मुरादाबाद से शूटिंग के तीन से चार खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच

By Edited By: Publish:Mon, 16 Jan 2017 02:16 AM (IST) Updated:Mon, 16 Jan 2017 02:16 AM (IST)
शिलान्यास का पत्थर तक उखाड़ फेंका
शिलान्यास का पत्थर तक उखाड़ फेंका

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : हर साल मुरादाबाद से शूटिंग के तीन से चार खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच रहे हैं। महिला खिलाड़ी मिनी, कनक और उमा सैनी एशिया के सबसे बड़े फिजीकल एजुकेशन विश्वविद्यालय ग्वालियर में पढ़ाई के साथ-साथ शूटिंग का प्रशिक्षण भी ले रहीं हैं। शहर में करीब 150 शूटिंग के खिलाड़ी हैं। मुरादाबाद में शूटिंग खिलाड़ियों की प्रतिभा को देखते हुए ही पूर्व मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा ने दो साल पहले रामगंगा किनारे शूटिंग रेंज का शिलान्यास किया था। लेकिन अब इसका पत्थर तक उखाड़कर फेंक दिया गया।

बरेली के स्टेडियम में मुरादाबाद के खिलाड़ी प्रशिक्षण लेते आए हैं। हर रोज उन्हें 100 किमी आना और जाना पड़ता है। इस समस्या को देखते हुए विद्या नगर में एक खिलाड़ी की छत पर जुगाड़ की शूटिंग रेंज बनाई गई। लेकिन राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने के लिए आधुनिक शूटिंग रेंज होना जरूरी है। पीटीसी में आधुनिक शूटिंग रेंज है लेकिन यहां प्रशिक्षु पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण के कारण बाहरी खिलाड़ियों को मौका नहीं मिलता। सोनकपुर स्टेडियम में सात साल पहले रेंज बनाई गई थी लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से यहां शूटिंग रेंज बंद करनी पड़ी।

शूटिंग रेंज को लेकर रायफल क्लब भी शांत

रायफल क्लब के प्रयास से ही पूर्व मंडलायुक्त ने शूटिंग रेंज का शिलान्यास किया था। लेकिन अब शूटिंग रेंज को लेकर रायफल क्लब भी शांत होकर बैठ गया है। यही कारण है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने शूटिंग रेंज को ठंडे बस्ते में डालकर आर्टिजन पार्क को महत्व दिया है।

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बोले कोच और खिलाड़ी

हमें उम्मीद थी कि रामगंगा किनारे शूटिंग रेंज का शिलान्यास होने के बाद खिलाड़ियों का सपना पूरा होगा। लेकिन इसे ठंडे बस्ते में डालकर आर्टिजन पार्क की मंजूरी से खिलाड़ी हताश हैं।

मुकुल टंडन, शूटिंग कोच

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खिलाड़ियों को बरेली के स्टेडियम में जाना पड़ता है। शिलान्यास से उम्मीदें जगी थीं लेकिन आर्टिजन पार्क बनाने की मंजूरी से खिलाड़ियों में निराशा है। हमारे हितों का ध्यान रखना चाहिए।

अनूप कुमार, शूटिंग खिलाड़ी

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छत पर शूटिंग रेंज बनाकर तैयारी कर रहे हैं। रामगंगा किनारे शूटिंग रेंज की जमीन पर आर्टिजन पार्क बनाने से खिलाड़ियों की प्रतिभा को दबाने की कोशिश की जा रही है।

श्वेता पाल, शूटिंग खिलाड़ी

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जिला प्रशासन को शूटिंग के खिलाड़ियों के हितों पर भी ध्यान देना चाहिए। खिलाड़ियों को सुविधाएं नहीं मिलने से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचना बहुत कठिन हो रहा है।

मिनी, शूटिंग खिलाड़ी

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